विकास तिवारी
बस्तर. छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित विश्वप्रसिद्ध जलप्रपात चित्रकोट से शुक्रवार की दोपहर एक युवती ने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली है। युवती के आत्महत्या करने के दौरान पूरी घटना को पास मौजूद एक पर्यटक ने अपने मोबाइल कैमरे से कैद कर लिया है, जिससे कुछ ही देर में यह घटना सोशल मीडिया में वायरल होने लगी। घटना के संबंध में लोहंडीगुड़ा एसडीओपी पंकज ठाकुर ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिसबल और गोताखोरों को तैनात कर दिया गया है।
युवती की तलाश की जा रही है पर अभी तक उसकी बरामदगी नहीं हो पाई है। वहीं आसपास मौजूद पर्यटकों व अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के संबंध में बताया कि आज जलप्रपात में गर्मी की वजह से भीड़ कम थी, तभी अचानक वह युवती घूमते घूमते जलप्रपात के पास जाने लगी। अमूमन कई पर्यटक सेल्फी लेने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर पानी के करीब भी चले जाते हैं, आसपास मौजूद लोगों ने युवती द्वारा सेल्फी लेने पास जाना समझा पर जब तक वे समझ पाते युवती पानी में उतर गई थी। पूरा माजरा समझ आते ही आसपास मौजूद लोगों ने हल्ला करते हुए युवती को रोकने की कोशिश की पर तब तक वह छलांग लगा चुकी थी।
घटनास्थल से बीस किमी की दूरी पर मुख्यमंत्री कर रहे थे लोगों से भेंट मुलाकात.
बस्तर के प्रसिद्ध जलप्रपात में जब युवती आत्महत्या के लिए छलांग लगा रही थी, तभी घटनास्थल से महज बीस किमी की दूरी पर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल अपने कार्यक्रम भेंट मुलाकात के तहत भानपुरी पहुंचे हुए थे। वीआईपी दौरा होने की वजह से उनकी सुरक्षा में जिले के बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ साथ घटनास्थल के एसडीओपी पंकज ठाकुर भी कार्यक्रम स्थल पर ही मौजूद थे। हालांकि जलप्रपात पर सेल्फी लेने के दौरान कई बार पर्यटकों द्वारा लापरवाही बरती जाती है जिसे देखते हुए मौके पर सुरक्षा बल को भी प्रतिदिन तैनात किया जाता रहा है। पर आज मौके पर कोई भी सुरक्षाबल तैनात नहीं था, इस मामले में एसडीओपी पंकज ठाकुर का कहना है कि रूटीन चेकिंग के लिए पुलिस के जवान मौके पर नियमित जाते हैं और लौट आते हैं।
पर्यटकों ने सुरक्षा में चूक का लगाया गंभीर आरोप.
दिनदहाड़े एक युवती द्वारा विश्वप्रसिद्ध जलप्रपात में सभी के सामने कुद कर आत्महत्या कर लेना और घटना को देखकर भी रोक नहीं पाने का आसपास मौजूद पर्यटकों में मलाल है। कुछ पर्यटकों ने इस घटना का जिम्मेदार पुलिस व प्रशासन को बताते हुए कहा कि बस्तर पहले ही नक्सलवाद के नाम से बदनाम है, ऐसे में अब पर्यटन को लेकर यहां की छवि साफ हो रही है पर इस तरह की घटनाएं पर्यटकों को विचलित कर देती हैं। पर्यटकों का कहना है कि जलप्रपात में पानी के नजदीक जाने से रोकने के लिए कुछ कटिले तार लगाए गए हैं जो काफी नहीं हैं। मौके पर पुलिस विभाग को सुरक्षाबल तैनात किया जाना चाहिए जिससे कि किसी भी व्यक्ति द्वारा इस तरह के कदम उठाए जाने पर उन्हें रोका जा सके। साथ ही साथ कभी कभी भीड़ बढ़ने पर मौके पर असामाजिक तत्व भी पहुंचते हैं जो महिलाओं से अभद्र व्यवहार भी कर सकते हैं, उनसे भी सुरक्षा जरूरी है। आज यदि मौके पर पुलिसबल तैनात होते तो शायद उस युवती को बचा लिया जाता