‘विजेंद्र यादव’
उज्जैन. विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण सोमवार और नागपंचमी पर्व के दौरान देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं के दान से दस लाख से अधिक का दान प्राप्त हुआ है। वहीं एक ही दिन में लड्डू प्रसादी विक्रय से 12 लाख से अधिक राशि की आय हुई है। इस बार रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को पहुचे थे यहां बता दे कि सावन सोमवार से नागपंचमी मंगलवार तक करीब पांच लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन को पहुंचे थे।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में देश-विदेश से भक्त भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंचते है। वैसे तो यहां वर्ष भर ही श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ी रहती है । वहीं पर्व त्यौहार के साथ ही श्रावण मास में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। इस बार श्रावण मास के प्रारंभ से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंच रहे है। वहीं श्रावण मास के तीसरे सोमवार को भी रिकार्ड तोड़ श्रद्धालु दर्शन को आए । दूसरे दिन मंगलवार को नागपंचमी का पर्व होने से संख्या कहीं अधिक हो चुकी थी। प्रशासनिक अनुमान के आधार पर इस बार नाग पंचमी पर्व के दौरान पांच लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया है।
10 लाख से अधिक की दान राशि.
महाकाल मंदिर परिसर में विभिन्न स्थानों पर लगी दानपेटी रखी गई है। दानपेटी से निकली राशि की गणना में इस बार नागपंचमी पर्व पर आए श्रद्धालुओं के दान से 10 लाख 66 हजार 776 रूपए की दान राशि निकली है। मंदिर की दानपेटी में आने वाले श्रद्धालु अपनी स्वेच्छानुसार दान करते है।
अन्य स्त्रोत से आय.
श्री महाकालेश्वर मंदिर में दान पेटी और लड्डू प्रसादी के अलावा दानदाताओं द्वारा दान दिया जाता है वही महाकाल मंदिर प्रबंध समिति प्रोटोकॉल दर्शन और शीघ्र दर्शन से भी आय होती है। उसका उल्लेख अभी मंदिर समिति द्वारा नही किया गया है।
लड्डू प्रसाद से आय.
महाकालेश्वर मंदिर में समिति द्वारा श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद विक्रय किया जाता है। श्रद्धालुओं को जयाप्रसाद सिर्फ महाकाल मंदिर समिति के काउंटरों से ही प्राप्त होता है। इस बार एक ही दिन मंगलवार को लड्डू प्रसादी से मंदिर समिति को 12 लाख 27 हजार 900 रूपए की आय हुई है। यह लड्डू प्रसाद 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किलो के पैकेट में उपलब्ध रहते है। मंदिर समिति ने नाग पंचमी पर्व को देखते हुए पहले ही करीब 100 क्विंटल प्रसाद तैयार करवा लिया था।
चांदी का मुकुट दान.
श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन हेतु पधारे कनाडा के श्रद्धालु तरणवीर सिंह द्वारा महाकालेश्वर भगवान को 4 किलो 5 सो 15 ग्राम का चॉदी का मुकुट अर्पित किया। जिसे श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सह: प्रशासक मूलचंद जूनवाल द्वारा प्राप्त किया गया व दानदाता को श्री महाकाल का चित्र, प्रसाद, दुपट्टा भेंट के सम्मान किया गया व विधिवत रसीद प्रदान की।