० फर्जी नामांतरण और जाली ऋण पुस्तिकाएं बनाकर लाखों का खेल करने वाले पटवारियों की परतें खुलने लगी
बिलासपुर. निलंबित पटवारी अनिकेत ने अपने फर्जी नामांतरण और जाली ऋण पुस्तिका बनाने के मामलों को उजागर करने वाले तहसीलदार को निपटाने के लिए अब यूनियन बाजी और मीडिया का सहारा लेकर मोर्चा खोला है। जबकि रतनपुर में यह मामला गरमाने के बाद पटवारी को निलंबित किया था और कलेक्टर ने तहसीलदार को तबादले पर भेज दिया है। लेकिन इस चक्कर में एक माह से रतनपुर के लोग राजस्व विभाग की खेमेबाजी से परेशान हैं।
रतनपुर तहसील में एक माह पहले धान खरीदी के लिए जब किसान अपनी ऋण पुस्तिका लाकर रजिस्ट्रेशन करा रहे थे। भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का दूसरा नाम पटवारी अनिकेत साहू की करतूतें खुलने लगी। रजिस्ट्रेशन के लिए तहसील में पहुंची ऋण पुस्तिका में जमीनों के नामांतरण क्रमांक और आदेश क्रमांक नहीं होने पर तहसीलदार प्रकाश साहू को संदेह हुआ। इसके बाद तहसीलदार साहू ने रजिस्ट्रेशन के लिए इन पर दस्तखत करना बंद कर दिया। इससे किसान परेशान होने लगे और मामला राजस्व विभाग के उच्चाधिकारियों तक पहुंचा। एसडीएम ने जब इस बाबत तहसीलदार साहू से पूछा तो उन्होंने पूरे मामले का खुलासा कर दिया और कलेक्टर को पटवारी अनिकेत के खिलाफ फर्जी ऋण पुस्तिका बनाने और अवैध नामांतरण करने के मामले का जांच प्रतिवेदन सौंप दिया। कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार साहू के जांच प्रतिवेदन की फिर से जांच भू अभिलेख शाखा से कराई और पटवारी अनिकेत को इन मामलों में निलंबित कर दिया गया इस से खार खाए पटवारी अनिकेत ने पटवारी यूनियन का सहारा लिया और तहसीलदार साहू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है इसमें शहर की मलाई चाटने वाले पटवारियों ने मीडिया को टुकड़े डालकर सारे मामले को रंग रोगन कराना शुरू कर दिया है।
भ्रष्टाचार के दलदल से उबरने यूनियन बाजी और मीडिया ट्रायल.
निलंबित पटवारी अनिकेत ने खुद को भ्रष्टाचार के दलदल में फंसता देख कर पटवारी यूनियन का सहारा लिया और 2 पटवारियों को और अपने संग मिला लिया। इसके बाद शुरू हुआ पटवारियों का मीडिया ट्रायल और मीडिया के कुछ साथियों को आधी अधूरी जानकारी देकर तहसीलदार की छवि को धूल में मिलाने का बीड़ा उठाया गया।
डेढ़ साल में दो बार सस्पेंशन समेत तीन कार्रवाई.
पटवारी अनिकेत साहू का कार्यकाल कैसा था, इसको इसी बात से समझा जा सकता है कि उनके बीते डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में वे दो बार सस्पेंड हुए हैं और एक बार उनकी वेतन वृद्धि रोकी गई है। गंभीर बात तो यह है कि एक बार सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ फेसबुक पर अनर्गल टिप्पणी के आरोप में वे निलंबित हो चुके हैं।
उच्च अधिकारियों को सब पता है-साहू.
तहसीलदार प्रकाश साहू ने रतनपुर के पटवारी अनिकेत साहू के निलंबन के मामले में कहा कि प्रशासन के उच्च अधिकारियों को सब कुछ पता है। वे इस पर कुछ नहीं कहना चाहते। लेकिन उनकी छवि बिगाड़ने बिगाड़ने वालों के खिलाफ वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।