बिलासपुर. भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक नेता ने भगवान राम के उपासक बनकर लूट मचा पूंजीवाद मानसिकता वालो से नगर की जनता को अलर्ट रहने की सलाह दी है। उक्त नेता का आरोप है कि कुछ लोग हिंदुत्व का चोला ओढ़कर उसकी आड़ में जमीन का कारोबार और कब्जाधारी बन बैठे है। जबकि संगठन का काम हिंदुत्व को बढ़ावा देना है न कि इस तरह के कारोबार में कोई हस्तक्षेप करना वही इस मुद्दे में शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर की भूमिका पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता ने गंभीर आरोप लगाए है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के डॉ दुर्गेश पांडे के द्वारा मीडिया को भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने अपील है कि भगवान राम के उपासक बनकर राम नाम पर लूट मचाने वाले पूंजीवादी सोच के भगवा धारियों से शहर की जनता सावधान रहें। ऐसे लोग अपने लाभ के लिए भगवान के नाम का चोला ओढ़कर बजरंग दल को बदनाम कर रहे हैं।
दुर्गेश पाण्डेय ने आगे कहा कि.
मीडिया को प्रेस नोट में दिए बयान में दुर्गेश पाण्डेय ने कहा है कि ,मुझे पूरा विश्वास है बजरंग दल के पदाधिकारियों का जमीन के कारोबार से और जमीन पर कब्जे से कोई लेना देना नहीं है। डॉक्टर ललित मखीजा अपने आपको संत समाज का अगुआ बनाकर जगह-जगह जागरण करने घूम रहे हैं। दरअसल वे मूलतः जमीन माफिया और लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले सफेदपोश लालची इंसान हैं। ऐसे दकियानूसी चोला धारकों से बिलासपुर की जनता को सावधान रहने की जरूरत है। बजरंग दल और भगवान राम के हर समर्थक से हमें आत्मा से प्यार है। भारत की संस्कृति और परंपराओं की रक्षा के लिए हम सभी कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलते हैं और चलते रहेंगे। बजरंग दल एवं अनुषांगिक संगठनों के बड़े पदाधिकारियों को आज इस बात की पहचान करना जरूरी है।
संगठन की आड़ में उगाही.
बीजेपी युवा मोर्चा के दुर्गेश पाण्डेय ने आरोप लगाया है कि चंदा खोरी की आड़ में अपने मंसूबों को कामयाब करने के लिए डॉ ललित मखीजा जैसे लोग हमारी संस्थाओं की पवित्रता को कलुषित करने का प्रयास नहीं कर सके। इसलिए भारतीय जनता युवा मोर्चा एवम प्रत्येक हिंदूवादी संगठन समाज में अब संस्कृति और देश के मान्यताओं परंपराओं का विरोध करने वाली प्रत्येक व्यक्ति, संस्था, साहित्य सिनेमा, कलाकार, नेता अभिनेता के अपकृत्यों का बहिष्कार करता है एवं कड़ी भर्त्सना करता है,रही बात वैशाली नगर क्षेत्र में बजरंग दल की आड़ में डॉ ललित मखीजा के द्वारा अपने गंदे मंसूबों को लेकर संगठन सिद्धांतों का दुरुपयोग करने की, ऐसे व्यक्ति से हमारा कोई नाता नहीं है और ऐसे व्यक्ति का भी हम बहिष्कार करते हैं। जिला व पुलिस प्रशासन को चाहिए बिलासपुर में जितने भी जमीन माफिया हैं चाहे वह किसी भी दल का चोला ओढकर जनता को परेशान कर रहे हैं उन्हें कड़ा सबक सिखाएं।
एक नजर पूरे मामले पर.
बीते शुक्रवार को भी इस मुद्दे को लेकर विवाद की स्थिति बनी थी और बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके से वापस लौट गए थे। नायब तहसीलदार राहुल शर्मा से मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला जूना बिलासपुर हल्का खसरा नम्बर 730 और 732 के सीमांकन से जुड़ा है। दोनो पक्षों का अपना अलग अलग दावा है। मामला अभी कोर्ट में है। इसलिए इस पर कुछ कहा जाना उचित नहीं होगा। बताया जा रहा है कि बजरंग दल के लोग फिल्म का विरोध करने आए थे। लेकिन इसी बीच जानकारी मिली कि जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। दोनो पक्षों को समझाकर लौटा दिया गया है।
वही जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके अनुसार जिस जमीन पर कब्जे का प्रयास किया जा रहा है,दरअसल जमीन आबकारी विभाग से रिटायर्ड अधिकारी मिस्टर वर्मा की है। वर्मा विद्यानगर निवासी हैं और उनके तीन बेटे आदित्य, आलोक और अमित वर्मा है। जमीन बहुत दिनों से खाली है। इसी दौरान जमीन की स्थिति को लेकर विवाद हो गया। मामला तहसील कोर्ट तक पहुंचा। जिस पर अभी सुनवाई चल रही है।
इधर वर्मा परिवार आरोप लगा रहा है कि जमीन पर बलात कब्जे का प्रयास किया जा रहा था। अच्छा हुआ कि बजरंगियों ने ही इसका विरोध किया। नही तो जिला पुलिस प्रशासन के आंखों के सामने जमीन पर कब्जा हो जाता है। इस मामले की जमकर चर्चा शहर में चल रही है उम्मीद जताई जा रही है कि कोर्ट में सुनवाई के बाद ही सारा सच सामने आ पाएगा।
मुझे कुछ नही कहना है-डॉक्टर मखीजा.
इस बारे में डॉक्टर मखीजा ‘OMG NEWS’ से फोन पर चर्चा के दौरान कहा कि अपने अपने विवेक की बात है कही न कही एक दिन सच सामने आ ही जाएगा जीवन बड़ा है हर सवाल का उत्तर देते रहेंगे तो कैसे चलेगा, मुझे इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना है। मैं अपना काम अच्छे से करना जानता हूं।
(डॉ ललित मखीजा व विश्व हिंदू परिषद प्रदेश उपाध्यक्ष)