बिलासपुर. जिले के एक चर्चित प्रॉपर्टी डीलर के रहस्यमय ढंग से गायब हो जाने के मामले में उलझी पुलिस ने आखिरकार देर सबेर मामले को सुलझा ही लिया है,केस का खुलासा करते हुए डीआईजी व एसएसपी पारुल माथुर ने पत्रकारों को इस वारदात से जुड़े सभी पहलुओं को सामने रखा वही प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर लाश जंगल में छिपाने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बीते दो माह से सकरी थाना प्रभारी सागर पाठक अपने स्टाफ के साथ प्रॉपर्टी डीलर की लगातार खोजबीन में लगें हुए थे। पुलिस के अनुसार जिस महिला के साथ प्रापर्टी डीलर को अंतिम बार देखा गया था। उसने ही अपने पति और उसके दोस्त के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया है।
एक नजर पूरे घटनाक्रम पर.
आसमा सिटी में निवासी प्रॉपर्टी डीलर वकील अंसारी बीते 3 नवंबर को बिलासपुर से अपनी सफेद रंग की कार से काम के सिलसिले में अपने दोस्त आरएस बड़गिया से मिलने अंबिकापुर जाने की बात कह कर घर से निकले थे। दूसरे दिन 4 नवंबर की रात करीब 8 बजे उन्होंने अपनी पत्नी को फोन किया और घर वापस जाने की जानकारी दी थी। फिर बाद में 11:30 बजे वकील अंसारी की पत्नी के मोबाइल पर उनके पति वकील ने फोन किया और किसी दिक्कत में फंसने की बात कहते हुए 10 लाख रुपए का इंतजाम करने कहा। इसके बाद से पत्नी से उनका संपर्क नहीं हो सका है। पति के गायब होने से परेशान पत्नी अकबरी खातून ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद से पुलिस अपहरण का केस दर्ज कर अलग-अलग एंगल से जांच कर उसकी तलाश करती रही।
सीसीटीवी में आखरी बार महिला के साथ दिखा था मृतक.
वकील अंसारी अंतिम बार एक महिला के साथ देखा गया था जिसका सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया था। वीडियो में वह महिला के साथ नजर आ रहा था और होटल से बाहर निकलता दिख रहा था।लेकिन सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद भी दो माह तक पुलिस को न तो महिला मिली न ही वकील अंसारी का कुछ पता चल पाया।
जिस बात का डर था वही हुआ।
मृतक की पत्नी को जिसका डर था वही हुआ,वह लगातार अपने पति के हत्या की आशंका जता रही थी।
पुलिस ने इस घटना के 11 दिन बाद अगवा प्रॉपर्टी डीलर की कार को कोनी थाना क्षेत्र के सेंदरी-मोपका बाईपास रोड में लावारिस हालत में बरामद किया था, जिसमें खून के निशान मिले। ऐसे में मामला गंभीर होता जा रहा था। यही वजह है कि उसकी पत्नी अपने पति की हत्या की आशंका जता रही थी और पुलिस अफसरों से पति की तलाश के लिए मिन्नतें कर रही थीं।
केशकाल घाटी से जुड़ा कनेक्शन.
मिल रही जानकारी के अनुसार बीते 11 जनवरी को बस्तर के केशकाल घाटी में एक क्षतविक्षत लाश मिली थी, जिसे प्रदेश के सभी थानों में सर्कुलेट किया गया था। शव को देखकर पुलिस ने वकील अंसारी की पत्नी से पहचान कराया, तब उन्होंने उसके घड़ी के आधार पर शव की पहचान वकील के रूप में की थी।
एसएसपी पारूल माथुर ने बताया कि प्रापर्टी डीलर के अपहरण का केस दर्ज करने के बाद से पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महिला की भी जानकारी जुटाई जा रही थी। लेकिन, महिला की पहचान नहीं हुई। इधर, अपहृत प्रापर्टी डीलर के एटीएम से अलग-अलग जगहों से लगातार पैसे निकल रहे थे, जिससे पुलिस को लग रहा था कि वकील अंसारी अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाकर पुलिस को गुमराह कर रहा है। इस ट्राजिक्शन के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की जानकारी जुटाई, तब पता चला कि महिला संतोषा उर्फ पूजा वर्मा (35) भिलाई की रहने वाली है। वह अपने पति हेमंत साहू (33) साथ मिलकर वकील के अपहरण करने की योजना बनाई थी।
वारदात का असल पार्ट.
बताया जा रहा है कि हेमंत साहू जुआ सट्टा में रकम हार गया था और काम की तलाश में पत्नी के साथ बिलासपुर आया था। तभी उसकी मुलाकात वकील अंसारी से हुई थी। वकील ने उन्हें बताया था कि उसका पेट्रोल पंप है और वह उन्हें काम दिला देगा। उन्हें लगा कि वकील अंसारी बहुत पैसे वाला है और उसका अपहरण करने से उन्हें पैसे मिल सकता है। इसलिए हेमंत और उसकी पत्नी ने भिलाई के ही गणेश यादव (22) के साथ मिलकर अंबिकापुर से लौटते समय 4 नवंबर को वकील अंसारी का अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को कार में ले जाकर बस्तर केशकाल घाटी में ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने इस केस में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
योजना के तहत महिला ने वकील से बनाई नजदीकियां
बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महिला की तलाश कर रही थी। लेकिन, महिला की पहचान नहीं हो पाई थी। महिला की जब पहचान हुई, तब वह भी गायब हो गई थी। वकील की लाश मिलने के बाद पुलिस ने महिला और उसके पति को दबोच लिया। शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि योजना के मुताबिक महिला वकील अंसारी से नजदीकियां बना रही थी। यही वजह है कि वकील जब अंबिकापुर अपने दोस्त से मिलने गया, तब वह महिला को भी साथ लेकर गया था। लौटते समय महिला अपने पति व उसके दोस्त के साथ मिलकर अपहरण कर उसकी हत्या कर दी।