•अल्पसंख्यक आदिवासी हुए स्थानीय कांग्रेस नेताओं से नाराज़
बिलासपुर. मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र से राज्य की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के लिए बुरी खबर है। वर्षों से कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले लुतरा में अल्पसंख्यक आदिवासियों के साथ ही अन्य कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के कार्यो और अनदेखी से नाराज़ होकर भाजपा का दामन थाम लिया है।
इस दौरान छ.ग. विधानसभा के उप-नेता प्रतिपक्ष व मस्तूरी विधायक डॉ. बांधी ने सभी ग्रामीणों को भगवा गमछा पहनाकर उनका अभिनंदन किया। भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश के दौरान लुतरा के ग्रामीणों ने कहा कि वह कांग्रेस की रीति नीति से नाराज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सीजीपीएससी भर्ती में घोटाला, गौठान घोटाला, ग्रामीणों को सरकार से कोई भी लाभ नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार पूरी तरह से विफल है। इसलिए वह केंद्र में मोदी सरकार के कार्यकाल को याद कर यह निर्णय लेते हुए भाजपा में जाने का मन बनाया है और कार्यकर्ताओं के साथ मस्तूरी विधायक के समक्ष भाजपा प्रवेश कर रहे हैं।
हाल ही में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भेंट मुलाकात कार्यक्रम सीपत में आगमन हुआ था। जिसके कुछ दिन बाद सीपत मंडल के ग्राम हिंडाडीह के 107 कांग्रेसियों ने भाजपा का दामन थाम लिया इसके बाद एक और बड़ा झटका कांग्रेस को लगा है जिसमें बेलपान खपरी के पूरे गांव ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने का निर्णय लिया और कहा कि हम पहले कांग्रेसी थे और कांग्रेस को वोट देते थे। लेकिन अब हमें कांग्रेस पर भरोसा नहीं रहा इसलिए हम लोग भाजपा प्रवेश कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत लुतरा के दर्जनों कांग्रेसियों ने क्षेत्रीय विधायक डॉ कृष्णमूर्ति बांधी एवं विधानसभा स्तरीय पदाधिकरी मस्तूरी व सीपत भाजपा मंडल के पदाधिकारियों के समक्ष भाजपा प्रवेश कर,कांग्रेस को बड़ा झटका दिया मस्तूरी विधायक डॉ कृष्णमूर्ति बांधी ने उन्हें भगवा गमछा पहनाकर भाजपा में प्रवेश कराया जिस तरह पिछले दिनों हिडाडिह,बेलपान खपरी में हुआं अब लुतरा में कांग्रेस पार्टी की कार्यशैली से नाराज होकर भाजपा का दामन थामा है यह विधानसभा क्षेत्रों व स्थानीय कांग्रेस नेताओं के लिए मंथन व चिंता का विषय है।
डॉ. बांधी ने कहा कांग्रेस ग्रामीण विकास की जमीनी हकीकत से कोसों दूर है यही कारण है कि गांव के गांव कांग्रेस के विरोध में खड़े हो जा रहे हैं आज इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी के गढ़ से कार्यकर्ताओं ग्रामीणों का कांग्रेस को छोड़ना इस बात का ज्वलंत उदाहरण है।
2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी में बगावत के आसार.
पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों की बात करें तो लुतरा ग्राम पंचायत से भाजपा को कम वोटों से ही संतुष्ट हुए थे। लुतरा खम्हरियां क्षेत्र के लोगों का कहना है कि 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी नुक़सान हो सकता है।कारण स्थानीय नेताओं के प्रति नाराजगी जताई जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी का एक बड़ा गढ़ से कांग्रेसियों द्वारा बगावत के आसार के स्वर सुनाई दे रहा है।