बिलासपुर. शहरवासियों के लिए एक अच्छी खबर आई है। नगर के युवा हाईकोर्ट के एडवोकेट धीरज कुमार वानखेड़े को पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के बुद्धिजीवी वर्ग से कार्य परिषद में जगह दी गई है वही इस टीम में एजुकेशन सेक्टर से मीता झा और कॉमर्स इंडस्ट्रीज से चंद्रशेखर देवांगन की भी नियुक्ति की गई है।
मिल रही जानकारी के अनुसार पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ बंश गोपाल सिंह ने हाईकोर्ट अधिवक्ता धीरज वानखेड़े समेत 3 को विश्वविद्यालय कार्यपरिषद का सदस्य नियुक्त किया है। कुलपति डॉ सिंह ने श्री वानखेड़े को बुद्धिजीवी वर्ग से कार्य परिषद में सलेक्ट किया है।
जानिए, एडवोकेट वानखेडे के एजुकेशन का सफर.
शहर के युवा एडवोकेट धीरज कुमार वानखेडे ने अपनी आरंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय कोरबा से प्राप्त की और भारती विद्यापीठ पुणे से बीए एलएलबी की डिग्री हासिल की, उन्होंने 2007 में अधिवक्ता के रूप में कार्य प्रारंभ किया और 2015 से वर्ष 2018 तक छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में शासकीय अधिवक्ता के रूप में कार्य किया। वही 2019 से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया और सन 2022 से गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के अधिवक्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं।
इस फील्ड से भी हुई नियुक्ति.
श्री वानखेड़े के अलावा कार्यपरिषद में नियुक्त सदस्यों में शिक्षाविद मीता झा प्रोफेसर (मनोविज्ञान) पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर और कॉमर्स में उद्योग क्षेत्र से चंद्रशेखर देवांगन शामिल है। इन सभी सदस्यों का कार्यकाल नियुक्ति तिथि से आगामी 3 वर्ष के लिए होगा।