‘राजकुमार सोनी
आप सबने बिस्कुट का खाली डिब्बा तो देखा ही होगा. यदि नहीं देखा है तो कोई बात नही…अब देख लीजिएगा. छत्तीसगढ़ के भाजपाई बिस्कुट के खाली डिब्बे जैसी सुझाव पेटी लेकर आपके पास पहुंचने वाले हैं. भाजपाइयों का कहना है कि वह खाली डिब्बा ( खाली बोतल नहीं ) लेकर गली-गली… मोहल्ले-मोहल्ले और गांव-गांव जाएंगे और यह पता लगाएंगे कि आखिरकार छत्तीसगढ़ की जनता चाहती क्या है ?
हैरत की बात यह है कि छत्तीसगढ़ में 15 साल तक सत्ता में रहने वाली भाजपा अब तक यह नहीं जान पाई हैं कि यहां का छत्तीसगढ़िया क्या चाहता है ?
भाजपा की सुझाव पेटी में चार-पांच नेताओं की फोटो है. पेटी से फिलहाल बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर,अमर अग्रवाल, रामविचार नेताम, प्रेम प्रकाश पांडे, सरोज पांडे, कृष्णमूर्ति बांधी, सुनील सोनी, विजय बघेल सहित और कई दिग्गज नेताओं की तस्वीर गायब है. रतलामी सेव भी नज़र नहीं आ रहा है.
बिस्कुट के खाली डिब्बे में सबसे बड़ी फोटो दामोदर दास मोदी की है. चूंकि मोदी समय-असमय मन की बात करते हैं सो छत्तीसगढ़ के भाजपाइयों ने भी पेटी में छत्तीसगढ़ के मन की बात लिखवा दिया है. छत्तीसगढ़ के भाजपाइयों को यह भ्रम है कि पूरी दुनिया दामोदर दास मोदी के मन की बात को चाव से सुनती है तो यहां भी उन्हें मन की बात का लाभ मिल सकता है. हकीकत यह है कि समझदार लोग मन की बात की सच्चाई जानते हैं और मीम बनाते हैं.
बहरहाल लोकतंत्र में सबको अपने-अपने ढंग से जनता के बीच जाने का अधिकार है. अगर भाजपा डिब्बा लेकर जा रही है तो उसका भी स्वागत होना चाहिए. प्रधानमंत्री अक्सर कहते हैं- मेरा क्या है… मैं तो फकीर हूं. जब भी मौक़ा मिलेगा तो झोला उठाकर निकल जाऊंगा. यदि भाजपाई वहीं ऐतिहासिक झोला लेकर भी जनता के बीच जाते हैं तब भी झोले और झोले वाले का स्वागत किया जाना चाहिए.
जबसे यह खबर आम हुई है कि भाजपाई नब्बे विधानसभा में पेटी लेकर पहुंचेंगे तब से एक जिज्ञासा मन में तैर रही है कि आखिरकार जनता पेटी में डालेंगी क्या ?
अगर पेटी मेरे मोहल्ले में पहुंचेगी तो मैं एक बड़े से कागज में यह जरूर लिखूंगा- हे…नारंगी समूह के कर्णधारों… छत्तीसगढ़ के लोग प्रेम और भाई- चारे के साथ जीते हैं. यहां की उर्वरा धरती पर नफ़रत का बीज मत बोना. छत्तीसगढ़ को शांति का टापू बने रहने देना. हिम्मत है तो अपने संकल्प पत्र में यह भी लिखना कि- हम तीर-भाले से किसी गर्भवती का पेट नहीं चीरेंगे. हम गरीब की झोपड़ी में आग नहीं लगाएंगे. हम हिन्दू- हिन्दू…मुस्लिम-मुस्लिम नहीं करेंगे. हम इंसान को इंसान समझेंगे और कभी दंगा नहीं करवाएंगे.
मुझे लगता है कि भाजपा की सुझाव पेटी में जनता सुझाव नहीं…जवाब डालने वाली हैं.