फिल्मों के जरिए दिखायी जिंदगी की कड़वी सच्चाई, इन मूवीज को मिले नेशनल अवॉर्ड

नई दिल्ली। मधुर भंडारकर ने अपनी फिल्मों के जरिए समाज के विभिन्न वर्गों को केंद्र में रखकर फिल्में बनायीं। कहीं मुंबई की हाइ सोसाइटी और पेज 3 पार्टियों के खोखलेपन को पर्दे पर दिखाया तो कहीं ट्रैफिक सिग्नल पर जिंदगी बसर करने वालों की कहानी लेकर आये। मधुर ने कुछ अन्य जॉनर की फिल्में भी बनायीं मगर उन्हें वैसा पहचान नहीं मिली।  मधुर भंडारकर अपनी फिल्मों के जरिए जीवन की कड़वी सच्चाइयों को सामने लाते रहे हैं। उनकी फिल्मों में फिल्म इंडस्ट्री के ग्लैमर के पीछे की स्याह हकीकत नजर आती रही है। फिर वो चाहे फैशन हो, पेज 3 हो या हीरोइन। मधुर की फिल्मों की खासियत यह भी रही कि उन्होंने महिला किरदारों को ताकतवर दिखाया। पद्मश्री से सम्मानित मधुर भंडारकर का जन्म मुंबई में हुआ था। जन्मदिन के मौके पर मधुर के करियर की कुछ खास बातें।

बतौर एक्टर की करियर की शुरुआत

मधुर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत रामगोपाल वर्मा के सहायक के तौर पर की थी। साल 1995 में आयी रंगीला में मधुर ने सहायक निर्देशक के तौर पर काम करने के साथ कैमियो भी किया था। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग लाइन को अलविदा कह दिया और डायरेक्शन की दुनिया में अपना करियर बनाया। मधुर भंडारकर की पहली डायरेक्टोरियल फिल्म त्रिशक्ति थी, जो 1999 में रिलीज हुई थी। 

कई फिल्मों को मिले नेशनल अवॉर्ड

मधुर के करियर की पहली बड़ी सफलता साल 2001 में चांदनी बार थी, जिसमें तब्बू और अतुल कुलकर्णी लीड रोल्स में थे। मुंबई के डांस बार में काम करने वाली लड़कियों पर बनी फिल्म इतनी जबरदस्त हिट रही कि मधुर भंडारकर को बॉलीवुड के बड़े निर्देशकों की कतार में खड़ा कर दिया। चांदनी बार को बेस्ट फिल्म ऑन अदर सोशल इशूज कैटेगरीमें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था।  2005 में मधुर पेज 3 लेकर आये, जो मुंबई की हाइ सोसाइटी के लोगों की जिंदगी दिखाती है। इस फिल्म में कोंकणा सेनशर्मा, अतुल कुलकर्णी, संध्या मृदुल, तारा शर्मा और अंजु ने मुख्य किरदार निभाये थे। पेज 3 को बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था। 2006 में कॉरपोरेट लाइफ के विभिन्न रंग दिखाती मधुर की फिल्म कॉरपोरेट में बिपाशा बसु और केके मेनन ने लीड रोल्स निभाये थे। यह फिल्म आइआइएम अहमदाबाद में केस स्टडी के तौर पर शामिल हुई थी। 2007 में मधुर मुंबई के ट्रैफिक सिग्नल पर नजर आने वाले लोगों की जिंदगी को पर्दे पर लेकर आये। फिल्म में कुणाल खेमू और नीतू चंद्रा ने लीड रोल्स निभाये थे। इस फिल्म के लिए मधुर को बेस्ट डायरेक्शन कैटेगरी में नेशनल अवॉर्ड मिला था। 2008 में आयी मधुर के करियर की सबसे अहम फिल्म- फैशन। फैशन इंडस्ट्री के अंदर की चकाचौंध और बेबसी को दिखाती फिल्म में प्रियंका चोपड़ा, कंगना रनोट और मुगधा गोडसे ने लीड रोल निभाये थे। इस फिल्म के लिए प्रियंका चोपड़ा को बेस्ट एक्ट्रेस और कंगना को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था।2012 में मधुर की फिल्म हीरोइन रिलीज हुई, जिसमें करीना कपूर लीड रोल में थीं। यह फिल्म एक ऐसी अभिनेत्री की कहानी थी, जिसका स्टारडम खत्म हो रहा है और इसे बचाने के लिए वो तरह-तरह के खेल करती है। फिल्म में अर्जुन रामपाल और रणदीप हुड्डा ने भी अहम किरदार निभाये थे।

ओटीटी पर फिल्में

लॉकडाउन की पृष्ठभूमि पर बनी इंडिया लॉकडाउन जी5 पर रिलीज हुई थी। मधुर की पिछली डायरेक्टोरियल फिल्म तमन्ना भाटिया स्टारर बबली बाउंसर है, जो 23 सितम्बर 2022 को ओटीटी प्लेटफार्म डिज्नी हॉटस्टार पर रिलीज हुई थी। यह पहली बार था, जब किसी बाउंसर की जिंदगी को पर्दे पर दिखाया गया।

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