बिलासपुर. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को स्टेट और लोकल मीडिया से इसे दूरी बनाने का फरमान आया है। दूरदर्शन,एएनआई, प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो, पीटीआई, आकाशवाणी और जनसंपर्क के अलावा अन्य (सरकारी मीडिया) ही राष्ट्रपति को कवर करेगा। राज्य और लोकल मीडिया से कवरेज नही करने को लेकर अचानक हुए इस बदलाव को इसे एक तरह से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला माना जा रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य की मीडिया गोदी नहीं है साहब,इस बात का लोहा तो देश के अन्य राज्य भी मानते है।
‘OMG NEWS NETWORK’ को खबर मिल रही है कि आगामी 1 सितंबर को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बिलासपुर जिले के दौरे को लेकर लोकल मीडिया को उनके कार्यक्रम से दूर रखा जाएगा। इसका असर 31 सितंबर को राष्ट्रपति मुर्मू के राजधानी और उसके बाद होने वाले प्रोग्रामो पर भी देखने को मिलेगा। मिल रही जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजधानी से शुक्रवार को बिलासपुर आएंगी। उनके आने की तैयारियों और चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला और पुलिस प्रशासन के आला अफसर भिड़े हुए है। इधर अचानक राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल से एक फरमान आया है कि अब राष्ट्रपति मुर्मू के किसी भी कार्यक्रम में लोकल मीडिया की एंट्री नही दी जाए।
सिर्फ दूरदर्शन,एएनआई, प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो, पीटीआई, आकाशवाणी और जनसंपर्क के अलावा अन्य (सरकारी मीडिया) ही राष्ट्रपति को कवर करेगा।
अब जनसंपर्क विभाग नही जारी करेगा पास.
मालूम हो कि राष्ट्रपति मुर्मू के आगमन को लेकर स्थानीय जनसंपर्क विभाग में मीडिया के लोगों ने उनके कार्यक्रम को कवरेज करने के लिए पास बनवाने आवश्यक दस्तावेज और पासपोर्ट साइज फोटो जमा करना शुरू कर दिया है। इस बीच मंगलवार को ही राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल से आए फरमान के बाद जनसंपर्क विभाग में भी लोकल मीडिया को पास जारी करने अपने हाथ खड़े कर दिए।
एक नजर राष्ट्रपति मुर्मू के प्रोगाम पर.
सरकारी मीडिया ही कवर करेगा प्रोगाम.
इस बारे में एडीएम कुरवंशी ने ‘OMG NEWS’ से फोन पर चर्चा के दौरान बताया कि राष्ट्रपति भवन से नया प्रोटोकाल आया है। जिसके कारण जिले में राष्ट्रपति के प्रोग्राम को सिर्फ सरकारी मीडिया ही कवर कर सकेगा।
मीडिया में उदासी.
पिछली बार वर्ष 2020 के फरवरी माह में तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद स्थानीय गुरु घासी दास विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने बिलासपुर आए थे। उस वक्त विश्वविद्यालय के जनसंपर्क डिपार्टमेंट ने प्रेस क्लब और लोकल जनसंपर्क विभाग से कोऑर्डिनेट कर राष्ट्रपति कोविंद के प्रोग्राम को कवर करने पत्रकारों को पास जारी किया था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने से मीडिया कर्मियों में उदासी छा गई है।
सीनियर जर्नलिस्ट सोनी ने कहा.
राजधानी के वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सोनी का ‘OMG NEWS’ से कहना है कि छत्तीसगढ़ में श्रीमती मुर्मू का स्वागत है। इसलिए भी स्वागत खास है कि छत्तीसगढ़ एक आदिवासी राज्य है। यहां का मीडिया उन्हें कवर करता तो दूर दराज तक उनकी सहजता और सरलता की खबर जाती और मीडिया के लोगों को अच्छा भी लगता कि हम ऐसी राष्ट्रपति को कवर कर रहे हैं। जब हम सभी यह मानते हैं कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है तो उसकी अपेक्षा नहीं होनी चाहिए।
मैं इसे ठीक नहीं मानता हूं.
सोशल एंड आरटीआई एक्टविस्ट,कुणाल शुक्ला ने ‘OMG NEWS’ से कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है और देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति के कार्यक्रम में ही अगर राष्ट्रपति भवन द्वारा मीडिया को नहीं बुलाये जाने का फरमान जारी कर दिया जाता है तो इसे मैं व्यक्तिगत रूप से लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं मानता हूं।