बिलासपुर.”कहते हैं न की लोहा, लोहे को काटता है” इसी तर्ज पर शहर की सियासी बिसात बिछती नजर आ रही है. शहर से दो लालों के दिलचस्प मुकाबले की जोड़-तोड़ भी अभी से होने लगी है.
चुनावी वर्ष में शहर के सियासी अखाड़े में फिलहाल भाजपा ने चौथी बार अपना पहलवान अमर अग्रवाल के रूप में उतारा है. वे अकेले वार्डों में चुनावी दुल्ला दुल्ला कर रहे हैं.
कांग्रेस ने खेला दांव
कांग्रेस के पास वैसे भी बार-बार बगावत और हार की वजह से इस बार खोने के लिए कुछ नहीं है, लेकिन पाने के लिए भाजपा के जादूगर के तोते की सीट है. शायद यही वजह है कि कांग्रेस ने भाजपा के अग्रवाल के मुकाबले अशोक अग्रवाल को मैदान में उतारने की हरी झंडी दे दी है.
ये हो रहा असर
कांग्रेसी अग्रवाल ने शहर में करीब पांच सौ जगह अपना नाम, रंगा पोतवा दिया है. इससे शहर का लाल कहाने वाले और भाजपा के अग्रवाल की खिलाफत करके थके हारे भाजपाइयों को आक्सीजन मिलता दिख रहा है. इससे चुनाव के नौ माह पहले ही भाजपा नेताओं के पेट में मरोड़ आने लगा है क्यों कि अब दो लाल यानी दो अग्रवाल आपस में भिड़ने वाले हैं.
बड़े दावेदार हो गए शिफ्ट
इधर कांग्रेस में बड़ी बगावत कराकर भाजपा के जीतने के मंसूबे भी पूरे होते नहीं दिख रहे हैं, ऐसा इसलिए कि शहर विधानसभा में कांग्रेस के बड़े दावेदार वाणी राव और अनिल टाह, जोगी कांग्रेस में जाकर दांए बांए शिफ्ट हो चुके हैं. चुनावी जोड़तोड़ और मैनेजमैंट में दोनों अग्रवाल माहिर हैं जिनके धनबल का दिलचस्प टकराव देखने शहरवासी उतावले हो रहे हैं.