जांजगीर चांपा. जिले के आरक्षको ने पुलिस लाइन में तानाशाही का आरोप लगा,परेशान होकर एसपी के नाम एक मार्मिक पत्र लिखा है, जिसमें आरआई (रक्षित निरीक्षक) गंभीर आरोप लगा उनकी मनमानी से घर में हो रहे कलह से निजात दिलाने का आग्रह समस्त आरक्षको ने किया है। वही पत्र की प्रतिलिप रेंज आईजी के नाम भी चस्पा किया गया है। जांजगीर चांपा जिले में के आरआई (रक्षित निरीक्षक) की करतूतों की चर्चा से भरा दुखियारे आरक्षको का पत्र सोशल मीडिया पर जमकर तैर रहा है।
जिले के आरआई (रक्षित निरीक्षक) प्रदीप जोशी पर समस्त ट्रेंड आरक्षकों ने गंभीर आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर चल रहे पत्र के अनुसार जिले के सभी आरक्षको से आरआई जोशी मनमाना ड्यूटी ले रहे हैं। आरक्षको की माने तो आरआई दिन में तीन से चार बार गणना के नाम पर फटीक करवाते है।
बेवजह परेशान किए जाने से जिले के आरक्षको के गृहस्थ जीवन में काफी प्रभाव पड़ रहा है, रोज घर में विवाद की नौबत आ रही है। कइयों आरक्षको के घरों में तो उनकी पत्नियों के घर छोड़ जाने का सिलसिला शुरू हो गया है।
जिले के समस्त आरक्षको के लिखे पत्र के अनुसार.
आरआई प्रदीप जोशी पर मनमानी का आरोप लगा परेशान आरक्षको ने एसपी को एक मार्मिक पत्र लिखा है जिसके अनुसार.
प्रति
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय
जिला जांजगीर चांपा (छ.ग.)
द्वारा श्रीमान रक्षित निरीक्षक महोदय जांजगीर चांपा
विषय- प्रातः काल में सवेरे 6 बजे होने वाली गणना (फटीक) को माफ करने विषयक।
महोदय,
सादर निवेदन है कि हम आरक्षक आपके अधीनस्थ पुलिस लाईन में पदस्थ होकर
कार्यरत है। हमें सवेरे 6 बजे गणना हेतु बुलाया जाता है एवं फटीक करायी जाती है। उसके बाद 10 बजे सवेरे पुनः ड्यूटी के लिए बुलाया जाता है एवं ड्यूटी ली जाती है। इसके बाद शाम 4 बजे पुनः गणना हेतु बुलाया जाता है एवं फटीक करायी जाती है उसके बाद शाम 7:30 बजे पुनः गणना में बुलाया जाता है। यह बार-बार का गिनती हाजरी के नाम पर बुलाकर
फटीक कराये जाने से हमें आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सवेरे 6 बजे से रात 11 बजे तक भी हमारी ड्यूटी रहती है एवं सवेरे 6 बजे सभी के घरो में बच्चो को स्कूल भेजना एवं घर के कार्यों अपने पत्नी का सहयोग कर हम ड्यूटी हेतु प्रातः 10 बजे उपस्थित हुआ करते थे, जबसे रक्षित निरीक्षक प्रदीप जोशी आये है तब से हमारे घरो में लड़ाई-झगड़े शुरू हो गये है एवं कई आरक्षको की पत्नियां उन्हें छोड़कर मायके में रहने चले गयी है, क्योंकि हमें सवेरे गणना कराकर फटीक कराये जाने से घर के कार्यों में बिलकुल सहयोग नहीं कर पा रहे है एवं बच्चों को स्कूल भेजने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हम ट्रेन्ड आरक्षक हैं। इसके बाद भी हमें नव आरक्षको के जैसे फटीक के कार्यों को प्रतिदिवस लिया जा रहा है जिससे हमें बार बार आने जाने से आर्थिक तंगी
का एवं मानसिक तंगी का भी सामना करना पड़ रहा है। रक्षित निरीक्षक प्रदीप जोशी से
गुजारिश करने पर नौकर छोड़ दो कहते है।
अतः आपसे हमारा विनम्र अनुरोध है कि सवेरे 6 बजे की प्रातः गणना एवं फटीक को
माफ करने की सादर कृपा करें।
प्रतिलिपिः-
• पुलिस महानिरीक्षक महोदय बिलासपुर रेंज.
अब फूटा गुस्सा.
बताया जा रहा है कि आरआई जोशी की जिले के पुलिस लाइन में पोस्टिंग होने के बाद से ही उनका आरक्षको से तालमेल नहीं बैठ रहा है। आरोप है कि उनकी मनमानी करने से आरक्षको में पिछले काफी समय से जमकर आक्रोश पनपन रहा है। लेकिन नौकरी के आगे कोई कुछ बोल नहीं पा रहा था। इधर जब आरआई जोशी के कामकाज के तौर तरीके से आरक्षक उबर नहीं पाए तो आखिरकार उनके एसपी के नाम पत्र लिखने का कदम उठाना पड़ा, जिसकी एक कॉपी से रेंज आईजी को भी अगवत कराया गया है।
पुलिस रेगुलेशन कहता है कि.
पुलिस रेगुलेशन की माने तो विभाग में साफ सफाई रिकॉर्ड अपडेट करना,श्रम कार्य समेत अपने घर की साफ सफाई की व्यवस्था की तरह कई तरह के काम ट्रेनिंग सेंटर या पुलिस लाइन में नव, ट्रेंड आरक्षको से लिया जा सकता है। जिसके लिए ट्रेनिंग सेंटर के इंचार्ज या पुलिस लाइन के आरआई की जिम्मेदारी होती है कि वह एक बार आरक्षकों से काम ले या पार्ट पार्ट में,बताया जा रहा है कि आरआई किसी भी समय आरक्षकों को पुलिस लाइन में अलग-अलग प्रकार की ड्यूटी के लिए बुला सकते हैं।
एक बात यह भी.
जांजगीर चांपा जिले में के आरआई और आरक्षकों के बीच मचे घमासान की ‘OMG NEWS’ ने पड़ताल की तो यह बात सामने आई कि आरक्षकों की काम करने में बिल्कुल भी रुचि नहीं है। ट्रेनिंग के नियमों से सभी खुद को परे साबित कर पुलिस रेगुलेशन को मानने तैयार ही नहीं है, जिले के विभागीय सूत्र बताते हैं कि आज के नौसिखिया लड़के पुलिस विभाग में भरती तो जरूर हो गए है जो हाईटेक तरीके से ट्रेनिंग लेना चाहते हैं ना की बीते जमाने की तरह।
‘OMG’ से बोले एसपी अग्रवाल.
इस मामले को लेकर इस मामले को लेकर जिले के पुलिस कप्तान विजय अग्रवाल ने कहा कि आरक्षकों की के द्वारा की गई शिकायत की जानकारी मिली है प्रारंभिक जांच में आरक्षकों के मनमानी की कुछ बाते सामने आई है कि फिर भी उनकी शिकायत के बाद मामले की जांच करने एडिशनल एसपी को गया कहा है और आरक्षकों से बातचीत कर उन्हें समझाइए दी जा रही है।