मेडिकल मोबाइल यूनिट के डाॅक्टर और नर्स से मारपीट का मामला.
निगम कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया काम,बस्तियों में नहीं हो सका गरीबों का इलाज.
जिले के सभी 8 मोबाइल यूनिट के थमे रहे पहिए.
बिलासपुर. बीते गुरुवार को मेडिकल मोबाइल यूनिट के डाॅक्टर और अन्य स्टाॅफ के साथ वकील द्वारा मारपीट के विरोध और गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को स्लम क्षेत्रों में जाकर नागरिकों का इलाज करने वाली मेडिकल मोबाइल यूनिट की सेवा पूरे जिले में बंद रही। मोबाइल यूनिट आपरेटरों द्वारा मारपीट की घटना से झुब्ध होकर स्वास्थ्य सेवा को बंद रखा गया। इधर नगर पालिक निगम के कर्मचारियों ने दिनभर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है और कर्मचारी संघ के बैनर तले विकास भवन से रैली निकाल कर कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा।
मांग.
ज्ञापन में कर्मचारियों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए तत्काल गिरफ्तार कि मांग कि है,साथ ही शासकीय कार्य में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
8 मोबाइल यूनिट के थमे रहे पहिए, प्रभावित हुआ इलाज.
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजनांतर्गत नगरीय निकायों के स्लम एरिया में मेडिकल मोबाइल यूनिट के ज़रिए नागरिकों तक मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाई जाती है। गुरूवार को हुए घटनाक्रम के विरोध में जिले में संचालित सभी 8 मेडिकल मोबाइल यूनिट के आपरेटरों ने शुक्रवार को काम बंद रखा,जिसमें बिलासपुर शहर के पांच मोबाइल यूनिट भी शामिल रहे। सेवा ठप्प होने के कारण जिले के सभी नगरीय निकायों में नागरिकों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल सकी।
मेडिकल सेवा प्रारंभ करने को कहा गया है-कमिश्नर
निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत ने बताया की मारपीट के विरोध में मेडिकल मोबाइल यूनिट के आपरेटरों द्वारा शुक्रवार को काम बंद रखा गया था,शनिवार से मोबाइल यूनिट के सुचारू संचालन के लिए आपरेटरों को समझाइश दी गई है।