बिलासपुर. शहर में धूमधाम से होने वाले दुर्गा – झांकी विसर्जन पर इस बार आदर्श आचार संहिता की छाया पड़ गई है वही डीजे के साउंड पर हाईकोर्ट की सख्ती के बाद पहले की तरह होने वाले विसर्जन को खटाई में पड़ता देख छुट्टी के दिन अचानक नगर के सभी दुर्गा उत्सव समितियो, हिंदू संगठन और कुछ अन्य संगठनों ने कोतवाली थाने का घेराव कर दिया। सभी की एक स्वर में मांग थी कि बिलासपुर की दुर्गा उत्सव और विसर्जन के नाम से राज्य और बाहर एक अलग पहचान बनी हुई है। ऐसे में वर्षो से चली आ रही इस परंपरा पर जिला और पुलिस प्रशासन के असहयोग से असर पड़ रहा है इसलिए धूमधाम से डीजे के साथ दुर्गा जी और झांकी का विसर्जन करने दिया जाए।
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मंगलवार को दशहरा की छुट्टी के दिन शहर के सभी दुर्गा उत्सव समितियो, हिंदू संगठन और कुछ अन्य संगठनों ने कोतवाली थाने का अचानक घेराव कर सभी ने एक स्वर में कहा की डीजे व अन्य संसाधनों के साथ दुर्गा जी और झांकी विसर्जन बुधवार को करने दिया जाए। मालूम हो कि राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू है वही डीजे के शोर पर हाईकोर्ट ने भी सख्ती नजर आया और राज्य के चीफ सेक्रेटरी ने एक बैठक कर डीजे पर रोक लगाने कहा था। इसी को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने की टीम ने बीते दिनों ऐसे डीजे संचालकों पर कार्रवाई का डंडा चलाया जो तेज आवाज में डीजे सिस्टम बजा रहे थे।
इधर दुर्गा उत्सव समितियो, हिंदू संगठन और कुछ अन्य संगठनों की भीड़ करीब दो घंटे कोतवाली थाने में जमी रही अपना सभी अलग अलग तरीके से अपना पक्ष रखते रहे।
कोतवाली टीआई ने कहा कि.
इस बारे में कोतवाली टीआई उत्तम साहू ने पहले सभी की बात सुनी,’OMG NEWS’ को उन्होंने बताया कि सभी को समझाया गया है की जो शासन ने निर्देश दिया है उसी हिसाब से विर्सजन किया जाएगा।
खूब चली नेता गिरी हासिल आया शून्य.
बुधवार को दुर्गा- झांकी विर्सजन को लेकर डीजे सिस्टम लगाने को खटाई में पड़ता देख सत्ताधारी और विपक्ष के कुछ नेताओं ने अपनी खूब नेता गिरी चमकाई, इससे बात हो गई है उससे बात हो गई है का झुनझुना देते रहे, हद तो तब हो गई जब बंगले से बीजेपी पार्टी का संचालन करने वाले एक बड़े नेता ने इस मुद्दे चुनावी ढाल बनाया और मेरी जिले के दो बड़े अफसरों से बात हो गई है अब कोई रोक टोक नही होगी का लॉली पॉप देकर निकल लिए बाद में पता चला कि हाईकोर्ट की सख्ती के आगे किसी की नही चलने वाली वही डीजे सिस्टम और अन्य तामझाम को लेकर कलेक्टर ,आईजी और एसपी ने भी जिले के अफसरों को चेता दिया है कि जरा भी अनदेखी नहीं होनी चाहिए। कुल मिलाकर आदर्श आचार संहिता में जिला और पुलिस प्रशासन के आगे उल जुलूल आश्वासन देने वालो की नेता गिरी धरी की धरी रह गई है तो वही आमजन और वरिष्ठ जनों का कहना है कि डीजे पर पाबंदी पर सरकार का सही फैसला है। वही इस बारे में विजयदशमी के प्रोगाम ने बीजी होने के कारण किसी भी दुर्गा समिति व अन्य संगठन के लोगो का पक्ष नही मिल सका है।