मानव अधिकार दिवस पर बीजापुर में विधिक साक्षरता शिविर का किया गया आयोजन

बीजापुर। विजय कुमार होता, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण / जिला एवं सत्र न्यायाधीश दंतेवाडा, जिला- द०ब० दंतेवाड़ा (छ0ग0) के निर्देशानुसार ताजुद्दीन आसिफ, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बीजापुर / अध्यक्ष, तालुका विधिक सेवा समिति बीजापुर, जिला- बीजापुर (छ0ग0) द्वारा “मानव अधिकार दिवस के अवसर पर दिनांक 10 दिसम्बर 2023 को छत्तीसगढ़ राज्य के जिला बीजापुर में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 229 बटालियन महादेवघाट बीजापुर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। ताजुद्दीन आसिफ, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बीजापुर/अध्यक्ष, तालुका विधि सेवा समिति बीजापुर, जिला-बीजापुर (छ0ग0) द्वारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 229 बटालियन के श्री सुनील कुमार मिश्रा, उप महानिरीक्षक के सहयोग से 229 बटालियन के अधिकारीगण एवं जवानों को “मानव अधिकार दिवस के अवसर पर संबोधित किया गया। ताजुद्दीन आसिफ, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बीजापुर / अध्यक्ष, तालुका विधि सेवा समिति बीजापुर, जिला- बीजापुर (छ०ग०) द्वारा “मानव अधिकार दिवस ” के संबंध में बताया गया कि प्रत्येक वर्ष 10 दिसम्बर को “मानव अधिकार दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इस घोषणा को वर्ष 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मानव अधिकारों के संवर्धन और संरक्षण के महत्व को समझने के लिए सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत किया गया था। मानव अधिकार इंसान को जन्म से ही प्राप्त है। मानव अधिकार वे मूलभूत अधिकार है जिनसे मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि के आधार पर वंचित नहीं किया जा सकता। मानव अधिकार दिवस मनाने का मकसद लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है, मानवाधिकार में स्वास्थ्य, आर्थिक, सामाजिक और शिक्षा का भी अधिकार शामिल है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 229 बटालियन के जवानों को जिला बीजापुर एक नक्सल प्रभावित आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने से नक्सली घटनाओं में पीड़ित आम जनता के संबंध में उनके मानव अधिकार के हनन की रोकथाम करने हेतु विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया। “मानव अधिकार दिवस का महत्व बताने के उपरान्त ताजुद्दीन आसिफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं जवानों के द्वारा पूछे गये प्रश्नों का भी जवाब दिया गया।

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