बिलासपुर. आरक्षण विरोधी सवर्णों के भारत बंद आंदोलन से आरएसएस- भाजपा के ऐन समय पर हाथ खींचने की “OMGNEWS” की खबर के बाद सोशल मीडिया में निशान मिटाने की नई उठापटक सामने आई है.
दो अप्रैल को एससी-एसटी आंदोलन के बाद प्रतिक्रिया में सवर्णों ने भी ओबीसी के साथ मिलकर दस अप्रैल को भारत बंद कराने का एलान किया. सूत्र बताते हैं कि शुरू में हमेशा की तरह अपने वोट बैंक की फिक्र करते हुए आरएसएस और भाजपा ने साथ दिया लेकिन बाद में हिन्दू वोट के विभाजन का फीडबैक मिलने पर एक दिन पहले आरक्षण विरोधी आंदोलन से भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं ने हाथ खींच लिया और सोशल मीडिया में बंद का एलान करने वाली आईडी हटा ली. omgnews.co.in ने इस खबर को जब वायरल किया तो अब सोशल मीडिया से निशान मिटाने का संगठित प्रयास किया जा रहा है।
ये होने लगा
बजरंग दल, श्री राम सेना, हिन्दू भगवाधारी मंच जैसे ग्रुप वाट्सएप से और फेस बुक आईडी को डिलिट कर दिया गया और इनसे मिलते जुलते नाम से फिर बनाया गया. इससे सवर्णों को साथ देने का निशान मिट गया.