अपने जामने के विध्वंसक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक ओपनर डेविड वार्नर (David Warner) की प्रशंसा की है.
David Warner Retirement: वार्नर बुधवार (3 जनवरी) से पाकिस्तान के खिलाफ (AUS vs PAK 3rd Test) शुरू हुए तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के लिए सफेद जर्सी में दिखाई दे रहे हैं. वह क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में अपने करियर को घरेलू मैदान सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (Sydney Cricket Ground, Sydney) पर खत्म करेंगे. अब सहवाग ने वार्नर की अपनी पसंदीदा पारियों को याद किया है.
बता दें कि, क्रिकेट इतिहास में दुनिया भर में ऐसे कुछ बल्लेबाज हुए हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट को वनडे प्रारूप की तरह खेला है. लाल गेंद की क्रिकेट में जब भी हम आक्रामक टेस्ट सलामी बल्लेबाजों के बारे में बात करते हैं तो सबसे पहले सहवाग और फिर वार्नर का नाम जेहन में आता है. वॉर्नर के संन्यास पर सहवाग ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी की अपनी पसंदीदा पारी को याद किया. सहवाग के अनुसार, वार्नर ने वर्ष 2011 में पर्थ में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में 180 रनों की पारी खेली थी. इस दौरान उन्होंने सिर्फ 159 गेंदों में 20 चौके और पांच छक्के लगाए थे.गौरतलब है कि बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज वार्नर ने अपनी धुंआधार पारी के दौरान भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली. यह मैच भारत पारी और 37 रन से हार गया था क्योंकि भारतीय टीम दोनों पारियों में क्रमश: 161 और 171 रन ही बना सकी थी. सहवाग ने कहा कि 2011 में हमारे (IND vs AUS) खिलाफ वाका (WACA Ground, Perth) में वार्नर ने 180 रन बनाए थे. यह शानदार बल्लेबाजी थी. उन्होंने टी-ब्रेक तक शतक बनाया था और तब तक अकेले ही मैच खत्म कर दिया था. यह एक ऐसी पारी थी जिसने टेस्ट बल्लेबाज वार्नर की खेल को जल्दी से जल्दी खत्म करने की क्षमता का सार प्रस्तुत किया और उन्होंने जो हासिल किया वह बहुत खास है. 37 वर्षीय वार्नर 112 टेस्ट की 204 पारियों में 8701 रन बना चुके हैं. वह पाकिस्तान के खिलाफ पहले दिन स्टंप तक छह रन बनारक नाबाद हैं. उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 26 शतक और 36 अर्धशतक दर्ज है.