बिलासपुर. महिला एवं बाल विकास परियोजना मस्तूरी पिछले कई वर्षों से विवादों में रहा है और यह विवाद का कलंक आज भी मस्तूरी महिला एवं बाल विकास को बदनाम कर रहा है जिसका कारण सिर्फ इतना है कि मस्तूरी में पदस्थ होने वाले पिछले कुछ सीडीपीओ अपने कार्य को लेकर सजग नहीं रहे हैं और कुछ ने तो महिला बाल विकास में भारी भ्रष्टाचार किया है।
वर्तमान में भी रंगरूट सीडीपीओ के चलते पूरा मस्तूरी परियोजना क्षेत्र बदनामी का दंश झेल रहा है बताया जाता है कि ये परियोजना अधिकारी अपरिपक्व होने के कारण कार्य कुशल नहीं है जिसके चलते उन्हें एक बदनाम सुपरवाइजर का सहारा लेना पड़ रहा है और सुपरवाइजर मैडम भी ऐसी वैसी नहीं है उनका भी विवादों से पुराना नाता रहा है। आपको बता दें कि 2 दिन पूर्व परियोजना अधिकारी ने मस्तूरी क्षेत्र के एक सेक्टर का दौरा किया था जिसमें सीडीपीओ बदनाम सुपरवाइजर (यूनिफार्म की साड़ी बेचने वाली) के साथ दौरे पर गए थे इतना ही नहीं हाल ही में मस्तूरी मीडिया में प्रकाशित खबरों ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है कि परियोजना क्षेत्र में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है लेकिन इन अधिकारियों के भ्रष्टाचार का दंश छोटे कर्मचारियों को भी झेलना पड़ रहा है ।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पूर्व मस्तूरी परियोजना क्षेत्र की दो सुपरवाइजर के खिलाफ अधिकारियों से शिकायत हुई थी इसके बाद सुपरवाइजर (रेडी टू ईट बेचने वाली) परियोजना अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी की तिकड़ी ने पूरे मामले को रफा दफा कर दिया था ।
कारण सिर्फ इतना था की जिस सुपर वाइजर की शिकायत मिली थी उसे बिना हटाए ही डीपीओ ने जांच टीम गठित कर दी और उस अधिकारी को जांच अधिकारी बनाया जो पहले ही मस्तूरी में पैसों की होली खेल चुके है।
फिलहाल इस मामले से बाइज्जत बरी हुई सुपरवाइजर क्षेत्र में परियोजना अधिकारी का तमगा लगाए घूम रही है और स्वयं को प्रभारी सीडीपीओ बताने से भी कोई गुरेज नहीं कर रही है परियोजना अधिकारी के नाक के नीचे उक्त सुपरवाइजर रेडी टू ईट को खुलेआम बेच रही है इस मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त सुपरवाइजर ने क्षेत्र की कुछ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से रेडी टू एट न बांटने का फरमान जारी कर रेडी टू एट को बेच दिया है। जिसकी लिखित शिकायत मीडिया को मिली है जिससे इस बात की पुष्टि हुई है की उक्त सुपरवाइजर रेडी टू ईट सेक्टर से उठा कर बाहर बेच रही है जिसमे सुपरवाइजर एक ऑटो चालक की मदद ले रही है।