बिलासपुर.शहर के हुक्मरान शहर को अच्छे से बसा नही पाये और सोंच समझ कर विकास नही किया इन्हें जनता की तक़्लीफो से कोई नही सरोकार।शहर मे जितनी भी दुकाने व कॉमप्लेक्स है या आवासीय परिसर इन सबकी अनुमती शासन ने दिया है। किसी दुकान मे या मॉल मे यदि जनता जा रही है तो उस दुकान को अनुमती शासन ने दिया है जनता के पास चाहे जो भी साधन हो वो तो वहां जाएगा ही क्योंकि उसको वहां जाने पर मजबूर किसने किया शायद शासन ने लेकिन उनके वाहन यातायात पुलिस उठा रही हैै और जुर्माना देना पड़ रहा है लेकिन उसकी कितनी गलती है क्यो उसका वाहन उठा कर ले जाया गया। उसने कोई अनुमती दुकान या मॉल या कॉमप्लेक्स खोलने की नही दिया और शहर मे पार्किंग व्यवस्था पर्याप्त नही है लेकिन दण्ड जनता को भुगतना पड़ रहा है यह कितना सही है सच तो ये है कि अत्याचार तो जनता के उपर हो रहा है।शहर मे भय का माहौल है आम आदमी घर से निकलता है तो एक डर बना हुआ है कहीं उसका वाहन पुलिस न उठा ले जाये। यातायात पुलिस अपना कार्य कर रही है लेकिन जनता पर जुल्म हो रहा है। इसके लिये निगम भी पूरी तरह से जिम्मेदार है।