रायपुर. लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. राजनांदगांव लोकसभा सीट के लिए कवर्धा के समोसा बेचने वाले अजय पाली ने नामांकन फार्म खरीदा है. उनका कहना है कि यदि वे चुनाव जीतते हैं तो सबसे पहले कवर्धा जिले में रेल सुविधा के लिए प्रयास करेंगे. इसके अलावा जनता के मुद्दों को संसद तक लेकर जाएंगे.
अजय पाली ने बताया कि नेताओं के वादों से परेशान होकर वह चुनावी रण में कूदे हैं. उन्होंने सभी प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर देने की भी बात कही है. वहीं, पोस्टर और बड़े खर्चे वाला चुनाव न लड़कर घर-घर जाकर वोट मांगने की बात कही है.
पाली ने बताया कि वह समोसा बेचने का काम करते हैं, जिससे उनके परिवार का जीवन यापन होता है. राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के मुद्दे को लेकर वह जनता के बीच जाएंगे.
9 बार कांग्रेस तो 8 बार भाजपा प्रत्याशी जीते चुनाव
राजनांदगांव लोकसभा सीट साल 1957 में अस्तित्व में आई. यहां पहली बार हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी खैरागढ़ रियासत के राजा वीरेंद्र बहादुर सिंह सांसद चुने गए. इस सीट पर साल 1957 से अब तक हुए 17 चुनाव में नौ बार कांग्रेस, आठ बार जनता पार्टी और भाजपा ने जीत दर्ज की. यहां राजपरिवार से दूर जाने के बाद 1999 के बाद कांग्रेस की वापसी नहीं हो पाई है. इस बार बीजेपी ने सांसद संतोष पांडेय तो कांग्रेस ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को मैदान में उतारा है.