हेड कांस्टेबल मेश्राम की मौत का मामला आईजी – एसपी के पास पहुंचा, आदिवासी समाज ने ट्रेनी डीएसपी रोशन आहूजा पर लगाया गंभीर आरोप, सीएम से लेकर डीजीपी तक उठी कारवाई की मांग इधर एसपी सिंह बोले सब कुछ होगा ट्रांसपेरेंट.

बिलासपुर. शहर के सरकंडा थाने के हेड कांस्टेबल लखन मेश्राम की मौत के मामले की आग आज सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ के बूते आईजी और एसपी ऑफिस तक पहुंच गई। सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ ने सीधे तौर पर स्वर्गीय मेश्राम की मौत का सारा ठीकरा ट्रेनी डीएसपी रोशन आहूजा पर आरोप लगा कारवाई की मांग की है वही पुलिस कप्तान रजनेश सिंह से मुलाकात और उनके आश्वासन के साथ सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि संतुष्ट नजर आ रहे हैं।

सोमवार की सुबह सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ ने एसपी ऑफिस पहुंच पुलिस कप्तान सिंह से मुलाकात की, बुधवार – गुरुवार की दरमियानी रात सरकंडा थाने में पदस्थापना के दौरान आत्महत्या करने वाले हवलदार (माल खाना इंचार्ज) लखन मेश्राम की मौत की घटना को लेकर काफी देर चर्चा हुई और सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ ने सीधे तौर पर सरकंडा थाना प्रभारी ट्रेनी डीएसपी रोशन आहूजा पर हेड कांस्टेबल मेश्राम की मौत का आरोप लगाया। समाज के प्रतिनिधियों ने एसपी को बताया कि किस तरह ट्रेनी डीएसपी आहूजा ने ड्यूटी के दौरान थाना स्टाफ के सामने स्वर्गीय मेश्राम के साथ गंदा बर्ताव कर फटकारा और ड्यूटी से अधिक काम लेना, बिना पूछे घर नही जाना और घर जाने के बाद बार बार बुला मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जिससे परेशान होकर हेड कांस्टेबल मेश्राम ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। समाज के प्रतिनिधियों ने एसपी से मुलाकात के बाद ज्ञापन एडिशनल एसपी उमेश कश्यप को सौंप दिया।

समाज ने की घोर निंदा.

सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए ट्रेनी डीएसपी रोशन आहूजा पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कारवाई करने की मांग कर सात दिन का अल्टीमेटम पुलिस प्रशासन को दिया है अन्यथा सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ एसपी ऑफिस का घेराव करेगा।

एसपी ने दिया है आश्वासन.

सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ के सुभाष परते प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रभाग ने बताया कि समाज के प्रतिनिधियों ने एसपी से मुलाकात कर सीधे तौर पर स्वर्गीय मेश्राम की मौत का जिम्मेदार ट्रेनिंग डीएसपी रोशन आहूजा को ठहरा उन पर कार्यवाही की मांग की है। एसपी ने कहा है कि दो दिन के भीतर ट्रेनी डीएसपी को थाने से हटा दिया जाएगा और जो कार्रवाई का आश्वासन दिया है उससे समाज फिलहाल संतुष्ट है। 7 दिनों के भीतर अगर ट्रेनी डीएसपी आहूजा पर कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आया तो सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ आंदोलन करने पर मजबूर होगा।

आईजी को भी ज्ञापन.

इधर छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज की एक दूसरी विंग ने भी मामले की शिकायत कर आईजी को ज्ञापन सौंप रिटायर्ड जज की कमेटी बनाकर 15 दिनों के भीतर 15 दिन के भीतर ट्रेनी डीएसपी रोशन आहूजा पर कारवाई की मांग कर मृतक हेड कांस्टेबल के परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति और 25 लाख रुपए मुआवजा देने ज्ञापन के माध्यम से अपनी बात रखी है।

सीएम से लेकर डीजीपी को चस्पा किया ज्ञापन.

सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ हेड कांस्टेबल लखन मेश्राम की ट्रेनी डीएसपी आहूजा की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने के मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, आदिम जाति विभाग के मंत्री डीजीपी और कलेक्टर के नाम भी चस्पा किया है।

जांच ट्रांसपेरेंट होगी. एसपी.

इस मामले को लेकर इस मामले को लेकर एसपी रजनेश सिंह ने ने ‘OMG NEWS’ से कहा की हेड कांस्टेबल के आत्महत्या की घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच के लिए एएसपी सिटी और सीएसपी कोतवाली की टीम बनाई गई है। फिलहाल मृतक के परिजन अंतिम संस्कार क्रिया के लिए बाहर गए है उनके आते ही बयान लिया जाएगा और थाना स्टाफ का स्टेटमेंट भी दर्ज होगा। जो भी बात सामने आएगी सब कुछ सामने ट्रांसपेरेंट रहेगा।

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