कुछ दिनों में हीट स्ट्रोक के दौरान ब्रेन स्ट्रोक से मरने वाले मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी,डायबिटीज मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले काफी तेजी

Health Desk. पिछले कुछ दिनों में हीट स्ट्रोक के दौरान ब्रेन स्ट्रोक से मरने वाले मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है. डॉक्टर्स की मानें तो बीपी और डायबिटीज मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण टेंपरेचर में अचानक से बदलाव आना. यानि आप बहुत देर तक एसी में रहने के बाद सीधा धूप में निकलते हैं, तो शरीर के टेंपरेचर में बदलाव होते हैं. इससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है. जिन महिलाओं को हाई बीपी की समस्या है, तो उन्हें भी हीट स्ट्रोक के कारण ब्रेन स्ट्रोक का कारण काफी ज्यादा बढ़ जाता है.

डॉक्टर्स की मानें तो ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं. इसका एक बड़ा कारण तेज गर्मी और अचानक से बदलता टेंपरेचर भी है. यानि अगर आप एसी से सीधे तेज धूप में निकलते हैं या फिर तेज धूप से सीधे एसी में जाते हैं तो ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है.

ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण

  1. शरीर के एक हिस्से में फर्क
  2. चेहरे, हाथ, पैर सुन्न होना
  3. बोलने में परेशानी होना
  4. दोनों आंखों में फर्क दिखना
  5. तेज सिर में दर्द होना
  6. उल्टी और जी मिचलाना
  7. शरीर में तेज अकड़न 

ब्रेन स्ट्रोक से कैसे बचें ?

  • ब्रेन स्ट्रोक आने पर पहला 1 घंटा बेहद अहम होता है। इसलिए मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं।
  • तेज AC से निकलकर धूप में जाने से बचें।
  • धूप से आने के बाद एकदम से एसी में न जाएं।
  • समय-समय पर ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराएं।
  • ज्यादा देर धूप में न रहें इससे हीट स्ट्रोक हो सकता है।
  • देखने और समझने में परेशानी होने पर डॉक्टर को दिखाएं।

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