मानसून से पहले सब्जियों की आवक घटी, टमाटर फिर ‘लाल’

Green Vegetables Price Hike:  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है. भीषण गर्मी की मार अब फल-सब्जियों की कीमतों पर भी दिख रही है. इस कारण पिछले एक हफ्ते में कई सब्जियों के दाम करीब-करीब डबल हो गए हैं. व्यापारियों का कहना है कि गर्मी के कारण सब्जियों का उत्पादन कम हो गया है. जो उपज रहा है, वह खेतों से मंडियों में नहीं पहुंच रही हैं. बढ़ते तापमान के कारण अधिकांश खेतों में सब्जियों की फसल बर्बाद हो रही है, जिससे आवक प्रभावित हुई है.

Green Vegetables Price Hike:

व्यापारियों के मुताबिक आलू, प्याज या टमाटर के दाम भी अब दोगुने हो गए हैं. सोमवार को रिटेल बाजार में टमाटर 60-70 रुपए प्रति किलो बिका. वहीं, अन्य सब्जियां भी महंगी हो गई हैं. इस बार मानसून का भी कुछ खास प्रभाव अभी तक नहीं दिख रहा है. इस वजह से सब्जियों का उत्पादन व उसकी आवक भी बाजार में कम हो गई है. राजधानी रायपुर में रोजाना जितनी सब्जियां मंगाई जा रही हैं, लेकिन अब जून के अंत तक बारिश नहीं होने से उसका भी संकट मंडराने लगा है. इन दिनों राजधानी सहित प्रदेश में नासिक, बंगलुरू से  ज्यादातर हरी सब्जियों की आवक बनी हुई है. मानसून आने के बाद भी सब्जियों के दाम कम होने के आसार नहीं है. यानी लोगों का हरी सब्जियां महंगी कीमत पर ही खरीदनी पड़ेंगी.

  • लहसून थोक में 160-200 रुपए किलो
  • धनिया 70-80 रुपए किलो
  • अदरक थोक में 100-120 रुपए किलो
  • बंध गोभी 60 रुपए किलो
  • पालक 60 रुपए प्रति किलो
  • बैंगन 60-70 रुपए किलो
  • लौकी 50 रुपए किलो
  • गोभी 60-80 रुपए प्रति किलो
  • खीरा 40 रुपए किलो
  • हरी मिर्च 70-80 रुपए प्रति किलो
  • तोरई 60-70 रुपए किलो
  • शिमला मिर्च 60-70 रुपए किलो
  • टमाटर 60-70 रुपए किलो
  • परवल 80-90 रुपए किलो
  • करेला 80-90 रुपए किलो

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