बिलासपुर. बिल्हा के पंचायत सचिव के छुट्टी पर रहने के बाद भी उसे निलंबित करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। जिला पंचायत के सीईओ पर मनमानी ढंग से काम करने का आरोप लगाते हुए जिला एवं ब्लॉक इकाई पंचायत सचिव संघ के समस्त पदाधिकारियो ने सचिव के निलंबन को निरस्त करने की मांग कर सीईओ के रवैए को लेकर भारी गुस्सा जाहिर किया है।
एक नजर कब क्या हुआ.
जिला एवं ब्लॉक इकाई पंचायत सचिव संघ के समस्त पदाधिकारियो द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी राम प्रसाद चौहान की कार्यवाही पर निर्दोष सचिव राजेंद्र कुमार कनौजे के निलंबन आदेश को निरस्त करने मांग की है। मिली जानकारी के अनुसार राजेंद्र कन्नौज सचिव ग्राम पंचायत निपनिया 10 जुलाई से 9 अगस्त तक मेडिकल अवकाश में है। अवकाश की अवधि में कार्य पर लापरवाही बरतने के लिए सचिव को 25 जुलाई को निलंबित कर दिया गया है। सचिव संघ के द्वारा कहा गया कि अवकाश अवधी में शासकीय कार्य में कैसे लापरवाही हो सकती है वही आज उक्त निलंबन आदेश को निरस्त करने की गई है।
संघ ने चेताया मांग पूरी नहीं हुई तो काम बंद.
जिला एवं ब्लॉक इकाई पंचायत सचिव संघ के समस्त पदाधिकारियो ने चेताया है कि अगर सोमवार को उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो 30 जुलाई मंगलवार से अनिश्चितकालीन काम बंद कलम बंद हड़ताल किया जाएगा। प्रेस नोट जारी कर सचिव संघ ने कहा है कि उच्च अधिकारी और शासन एवं अन्य 29 विभाग के 200 कार्य होते हैं। जिसको उच्च अधिकारियों के मौखिक आदेश से ग्राम पंचायत के सचिव करते हैं जिसके कारण उनको अपने मूल काम अभिलेख संधारण में विलंब होता है। ऐसे में अधिकारी का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। पंचायत सचिव संघ ने मांग है कि सर्वप्रथम सचिव के पक्ष को सुना जाए उसके बाद उचित कार्रवाई किया जाना सही होगा।