●पूर्व विधायक पाण्डेय ने पूछा,आखिर क्या हो रहा शहर में?
●हरेली के दिन तीन चाकू बाज़ी की वारदात,शहर के रखवाले कहाँ है ?
●किसकी शह में अपराधों का आँकड़ा असमां छू रहा है,क्यों अपराध नियंत्रित नहीं हो रहा है.
बिलासपुर. शहर में एक बार फिर चाकू बाजी की घटना ने विपक्ष को बोलने का मौका दे दिया है। पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय ने मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर आरोप लगाया है कि लगातार सरे आम हो रही चाकूबाजी से पिछले छह माह में बिलासपुर में अपराधों का आँकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। क़ानून व्यवस्था नाम की कोई चीज़ है कि नहीं, प्रोफेसर को सरे आम चाकू मार देना क्या साबित कर रहा है इसके अलावा अन्य स्थानों में भी हरेली त्योहार के दिन दो अलग अलग चाकू की घटनाएँ किस तरह का माहौल बनाया जा रहा है बिलासपुर में और क्या कर रहे है शहर के रखवाले ?
पूर्व विधायक ने कहा कि पिछले छह महीने में जबसे बीजेपी की सरकार आई है वास्तव में बिलासपुर शहर की अमन शांति नष्ट हो गई है चुनाव के समय ढींगे मारने वाले जो आज कल बिलासपुर के विधायक है,कहाँ है उनकी चुनौतियाँ और दावे,सब खोखले साबित हुए और जनता को केवल वोट के नाम पर ही गुमराह कर रहे थे। अपनी सरकार में तो चल नहीं रही है ये बेबसी जनता को दिख रही है वैसे,लेकिन क़ानून व्यवस्था को धत्ता दिखा रहा है अपराधी।
बिलासपुर में रिकॉर्ड तोड़ अपराध हो रहे है ख़ुद गृह मंत्री ने विधानसभा में एक प्रश्न के जवाब में उत्तर दिया है इससे साफ़ ज़ाहिर है कि अपराधियों के हौसले बुलंद है और आख़िर यह किसकी शह में अपराध इतने बढ़ते नजर आ रहे है,क्या कानून नाम की कोई चीज़ नहीं है क्या बिलासपुर में ? बीजेपी की सरकार अपने में ही व्यस्त है कोई शहर को ध्यान नहीं दे रहा है। बिलासपुर एक शांति का शहर हुआ करता था लेकिन बीजेपी सरकार की नीतियाँ जिसने बिलासपुर की शांति भंग कर दिया है। आख़िर कब तक चाकूबाजी होती रहेगी।