कवर्धा। लोहारीडीह की घटना में शामिल आरोपी प्रशांत साहू की जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उसके घर में मातम का माहौल है। मामले में पुलिस ने 170 लोगों को आरोपी बनाया है, और 69 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें प्रशांत साहू की मां भी शामिल थी। आज बेटे के अंतिम संस्कार के लिए जेल से उन्हें गांव लाया गया था, इस दौरान उन्होंने पीड़ितों का हाल जानने पहुंचे पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सामने न सिर्फ रो-रोकर अपनी पीड़ा बताई, बल्कि पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। इस बीच पुलिस द्वारा ग्रामीणों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
मृतक प्रशांत की मां ने बताया कि इतनी बर्बरता हमने पहले कभी देखी। पुलिस वालों ने वहां मौजूद सभी लोगों की पिटाई की, उन्होंने बताया कि उनके सिर, पीठ और सीने पर डंडे से वार किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस वालों ने बच्चों से भी बर्बरता की, जिन ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया है उनकी हालत बेहद ख़राब है और अगर उन्हें इलाज नहीं मिला तो उन्हें बचाना मुश्किल होगा। लेकिन इसके बावजूद उनके इलाज की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
देखें वीडियो –
मृतक प्रशांत की मां ने मीडिया के सामने रो-रोकर बताया कि उनकी आंखों के सामने ही कैसे उनके बच्चों को मारा गया। थाने लेजाकर भी उनके साथ मारपीट की गई। बेटे की मौत से आहात प्रशांत की मां का कहना है कि उनके कोई मुआवजा नहीं चाहिए, उन्हें इंसाफ चाहिए।
सरकार ने मुआवजे का किया ऐलान
इस मामले में सरकार ने देर रात बड़ी कार्रवाई की है. मामले में एडिशनल ASP (IPS) विकास कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है।
जानें पूरा मामला
बता दें कि रविवार को कवर्धा जिले के पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के मकान में आग लगा दी थी, जिसमें उप सरपंच की मौत हो गई. जबकि एक आदमी लापता है. इस दौरान लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। जिसके बाद पथराव हुआ. इस पथराव में कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव और दर्जनों पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी. घटना के बाद जिलेभर से पुलिस जवान और सैकड़ों बटालियन के जवानों को बुलाया गया था, जिसके बाद ग्रामीण गांव छोड़कर भाग गए, तब जाकर पुलिस गांव में घुसी और स्थिति को कंट्रोल किया। मामले में पुलिस ने 170 लोगों को आरोपी बनाया है, और 69 लोगों को गिरफ्तार किया है।