बस्तर में ग्राम देहात तक सड़क न होना बना परेशानी की वजह, मरीज को कंधे पर ढोकर १० किलो मीटर दुरी तय करने को मजबूर ग्रामीण

जगदलपुर। बस्तर जिले में कंधे पर सिस्टम चल रहा है. गांव-देहात तक सड़क तक नहीं होने की वजह से लोगों को बीमार लोगों को कंधे पर लादकर 10 किमी तक ले जाना पड़ता है, जहां से एंबुलेंस की सेवा मिल पाती है.मामला दरभा ब्लॉक का है, जहां एलंगनार इलाके के आश्रित गांव कनकापाल के मालापारा तक सड़क न होने के कारण बीमार शख्स को इलाज के लिए कंधे पर ढोकर 10 किमी दूर खोटापदर गांव तक ले जाना पड़ता है, जहां से अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस सेवा उपलब्ध होती है.हाल ही में गांव के चैतू राम नाग को उल्टी-दस्त के साथ बुखार ने जकड़ लिया. ऐसे में परिवार वालों के कंधे पर ढोकर ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसी तरह कनकापाल के पदरपारा में एक और मरीज कंधे पर ढोकर तोंगपाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.

उपलब्ध करा दिया था एंबुलेंस

ताजा घटनाक्रम पर सीएमएचओ संजय बसाक ने बताया कि हमने एंबुलेंस उपलब्ध करा दिया था, लेकिन रास्ता नहीं होने के कारण गांव नहीं पहुंच पाया. फिलहाल, युवक का अस्तपाल में उपचार किया जा रहा है. 

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