बिलासपुर.चुनाव आचार संहिता में सत्ता की लालबत्ती हटते ही पुलिस वाले भी दबाव मुक्त फ्री हो जाते है।इसका उदाहरण मंत्री अमर अग्रवाल के एक खास एल्डरमेन के पुलिसिया कांड से देखने को मिल रहा है।एक तो पुलिस वालों ने एल्डरमेन को तमाचा जड़ दिया वही दूसरी तरफ उसे पुलिस से बचाना तो दूर मंत्री के ही समर्थक घटना के बाद से बड़े मजे ले रहे है।
बीते शनिवार को मंत्री अमर अग्रवाल के खास समर्थक और एल्डरमेन प्रवीण दुबे पर पुलिसिया तमाचा क्या बरपा यह घटना भाजपाइयों के लिए चटखारे लेकर मनोरंजन का विषय बन गया।घटना के बाद थाने में बिठाए गए एल्डरमेन को एक्का दुक्का भाजपाइयों के अलावा वैसे तो कोई मंत्री समर्थक छुड़ाने नही पहुचा था लेकिन दूर रहकर सारे घटनाक्रम की जानकारी जरूर लेते रहे।एल्डरमेन को पुलिस ने क्यो तमाचा जड़ दिया इसकी वजह कुलमिलाकर स्पस्ट नही हो पाई है।इधर आचार संहिता लगने के बाद पुलिस भी फ्री हैंड होकर काम करने के मूड में आ गई है।
भाजपाइयो के कान और हाथ फोन पर..
इस घटना की खबर लगते ही मंत्री अमर अग्रवाल के कुछ समर्थक एल्डरमेन के लिए सिविल लाइन थाने तो नही गए बल्कि घटना की जानकारी पत्रकारो को फोन कर देते रहे वही कुछ भाजपाई तो एल्डरमेन के साथ हुई घटना की खबर वायरल जैसे ही होती उसके ठीक नीचे बिजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कार्यक्रम की फ़ोटो और सेल्फी पोस्ट करने में लगे रहे।
डीएसपी ने कहा ले आओ मंत्री का फोन आएगा फिर देखते है..
शनिवार की रात पुलिस ग्राउंग में माता के जगराता कायर्क्रम के दौरान सिविल लाइन थाना चौक के सामने एल्डरमेन प्रवीण दुबे अपनी कार खड़ी कर मोबाईल पर बात कर रहे इसी दौरान ट्रैफिक के सिपाही आये और उनसे कार को हटाने के लिए कहा पुलिस सूत्रों ने बताया कि एल्डरमेन ने बात पूरी हो जाने के बाद ही कार को जरा तमतमाए अंदाज में हटा दूँगा बोला जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने इस बात की जानकारी क्राइम ब्रांच डीएसपी प्रवीण राय को बताई तो उन्होंने एल्डरमेन को थाने ले आओ जब मंत्री का फोन आएगा तो देख लेंगे कहा इधर अधिकारी का आदेश मिलते ही एल्डरमेन को थाने लाया गया और डीएसपी ने एल्डरमेन की खातिर कर दी और तत्काल लॉकअप के सामने बैच में बिठा कर एल्डरमेन की फोटो लेकर वायरल कर दिया।
आखिर एल्डरमेन से भाजपाइयो की दूरी क्यो..
एल्डरमेन के साथ पुलिस कांड क्या हुआ मंत्री और प्रवीण दुबे के आसपास रहने वाले भाजपाइयो ने इस घटना का बड़ा मजा लिया इधर उधर कानाफूसी कर मामले में नमक मिर्च लगाते रहे तो वही कुछ ने अपने को क्या करना है बोल कर पल्ला झाड़ लिया।मालूम हो कि प्रवीण दुबे चुनावी बेला के साथ अन्य कायर्क्रमो रसद पानी देने के काम करते है जिसके चलते कुछ मंत्री समर्थको का उनसे नाराज होना लाजमी है।