जगदलपुर.माओवादी नेता विकास द्वारा पर्चे जारी किए जाने के बाद बस्तर रेंज के डीआईजी रतन लाल डांगी ने माओवाद को झूठा करार देकर पर्चे में लिखे गए सवालों का बखूबी से जवाब देकर उसे आदिवासी विरोधी करार दिया है।
बस्तर रेंज के डीआईजी डांगी ने विलास से पूछा है कि 38 वर्ष पूर्व आदिवासियों के भलाई के लिए बस्तर आए हुए थे किंतु उनकी भलाई के बजाय उनके विकास के लिए बनाए गए सभी सुविधा को ध्वस्त कर दिया। श्री डांगी ने कहा कि माओवादी अभी तक बस्तर से 20000 करोड रुपए की वसूली कर चुके हैं किंतु इस वसूली के पैसे से आदिवासियों के हित के लिए किसी प्रकार का कार्य नहीं किया। 38 साल से बस्तर में जरूर हैं किंतु आदिवासियों के लिए कितने स्कूल ,अस्पताल सड़क व आंगनबाड़ी बनाएं। कितने आदिवासी बच्चो को डाॅ. इंजीनियर टीचर सांइन्टिस्ट प्रोफेसर बनाने के लिए इन पैसों का उपयोग किया। इस बात का खुलासा विज्ञप्ति के माध्यम से माओवादी नेता विकास को करना चाहिए। आदिवासियों के विकास का दंभ भरने वाले माओवादी फिर क्यो उन लोगो के लिए बनाई जाने वाली सड़क पुल- पुलिया स्कूल मोबाइल टावर को ब्लास्ट कर रहे हैं।माओवादियों पर करारा हमला बोलते हुए सवालिया निशान में कहा कि ग्रामीण अंचलों में आईईडी ब्लास्ट में आदिवासियों की मौत हो रही है और इसके दोषी सिर्फ और सिर्फ माओवादी हैं । माओवादी नेता विकास पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जिनके हाथ गुनाह से रंगे हुए हैं उन्हें प्रश्न पूछने का किसी भी प्रकार से अधिकार नहीं है।