बिलासपुर -गुरूघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय की बीएड छात्रा के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला एक ओर पूरे प्रदेश में छाया हुआ है इसके बाद भी बिलासपुर पुलिस मामले की जांच को लेकर गंभीर नहीं है.बताया जा रहा है कि घटना को एक हफ्ता बीतने के बाद भी पुलिस अब तक मृतिका के पास से मिले एचओडी के नाम शिकायत पत्र पर उल्लेख कथित दोषी छात्र को नहीं ढूंढ सकी है.इतना ही नहीं संबंधित छात्र का घर बिल्हा में होने के बाद भी पुलिस उसके घर जाने तक की जहमत उठाना जरूरी नहीं समझा.मालूम हो कि कोरबा दर्री निवासी पूनम चंद्रा पिता लोचन चन्द्रा (22) गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में बीएड की पढाई कर रही थी और सकरी क्षेत्र के रामालाइफ सिटी में अपने रिश्तेदारों के साथ रहती थी.वह अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.पुलिस को जांच के दौरान उसके कमरे से एक शिकायत नोट भी मिला था जिसमे उसने अपने साथ पढने वाले छात्र दिव्य कुमार पिता सनत कुमार सतनामी पर आरोप लगाते हुए अपने एचओडी के नाम शिकायत लिखी थी,उसमे उक्त छात्र के द्वारा लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और उसके माता-पिता को बुराभला कहने की बात का उल्लेख था.इस घटना के कई दिन बीतने के बाद भी पुलिस की जांच कछुआ चाल से चल रही है,इतना ही नहीं बड़ा व संवेदनशील मामला होने के बाद भी पुलिस अधिकारी ने मामले की जांच का जिम्मा एक हवलदार के हवाले कर मामलों को लेकर गंभीरता दिखाने का प्रयास नहीं कर रही है