क्या बेआबरू होकर भी ‘MLA पाण्डेय’ जाएंगे अटल यूनिवर्सिटी के कूचे में..

बिलासपुर. शहर में विधायक शैलेश पाण्डेय को लेकर जोड़ तोड़ की राजनीति जोरो पर चल रही हैं।अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी में आयोजित दीक्षांत समारोह के लिए विधायक की युवा विंग द्वारा 2 दिन लगातार हंगामे के बाद आखिरकार दीक्षांत समारोह के लिए विधायक को आमंत्रित कर लिया गया।अब यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो जी डी शर्मा ने विधायक को उन गेस्ट की लिस्ट में शामिल किया है जो समारोह में शिरकत करेंगे।मगर सवाल यह है कि इतने चीखने चिल्लाने के बाद क्या बाद नगर विधायक अटल यूनिवर्सिटी के कूचे में जाएंगे।

मंगलवार को एक बार फिर नगर विधायक शैलेश पाण्डेय की युवा विंग और एनएसयूआई के नेताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी का घेराव कर जोरदार हो हंगामा किया वजह थी विधायक को 14 सितंबर को यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में आमंत्रित नहीं किया जाना।आज तो विधायक के टीम की कांग्रेस नेत्रियों ने अटल यूनिवर्सिटी की ऐसी तैसी करने में कोई कसर नहीं छोड़ा।एक महिला ने तो कोतवाली पुलिस के सामने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कुलपति के मुंह पर चूड़ियां तक फेक दी वही युवा विंग का गुस्सा इस चरम पर था कि कुलपति की टेबल पर रखी फाइल और दस्तावेजों को भी फेक दिया गया यह नजारा देख कर कुलपति प्रो जी डी शर्मा ने कुछ पल के लिए सहम गए थे।जिसके बाद उन्होंने सिर्फ 5 मिनिट के भीतर नगर विधायक को दीक्षांत समारोह में आमंत्रित किए जाने का लेटर विधायक की युवा विंग के समक्ष रखा।

मगर इन सब बातों से परे सवाल यह उठता है कि क्या शहर के लोगों के बीच अपनी एक अलग पहचान बना के लोकप्रिय बने विधायक शैलेश पाण्डेय अटल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे।अपनी ही भूपेश सरकार में उपेक्षा का लगातार दंश झेल रहे विधायक के लिए 2 दिनों तक हंगामा करने के बाद दीक्षांत समारोह में बुलाए जाने को लेकर शहर में अलग अलग तरह की चर्चा है।मालूम हो कि अटल यूनिवर्सिटी के 14 सितंबर को आयोजित दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल,अति विशिष्ट अतिथि सीएम के रूप में आमंत्रित किया है।इसके अलावा सांसद और मेयर भी समारोह में शामिल होंगे।

बंद कमरे में हुई चर्चा,खामोश रहे कुलपति..

कुलपति द्वारा विधायक को दीक्षांत समारोह में आमंत्रित किए जाने का लेटर दिखाने के बाद हंगामा शांत हुआ जिसके बाद कुलपति ने पार्षद शैलेंद्र जायसवाल समेत यूनिवर्सिटी में उपस्थित पार्षदगण और एनएसयूआई के पदाधिकारी मोनू अवस्थी के साथ लगभग 10 लोगों के साथ बंद कमरे में चर्चा की इस दौरान कुलपति से कई बार पूछा गया कि आखिर विधायक को किन कारणों और किसके बोलने पर दीक्षांत समारोह में नही आमंत्रित नही किया गया था मगर कुलपति ने कुछ भी नही कहा।

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