बिलासपुर. जिले की एसीसीयू और कोतवाली पुलिस की टीम ने शहर के बीचो बीच दयालबंद स्थित छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के ऑफिस से 13 लाख 33 हजार कैश के लूट की वारदात को सुलझा लिया है। घटना के बाद से आरोपियों की तलाश में लगी पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के लोकल एक नाबालिग समेत आधा दर्जन आरोपियों का पता लगाया और सभी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें एक फरार है। वही आरोपियों से पुलिस ने 11 लाख 70 हजार नगद की रिकवरी की है।
घटना के चंद घंटों बाद ही बिलासागुड़ी में मामले का खुलासा करते हुए गदगद डीआईजी व एसएसपी पारुल माथुर ने मीडिया को बताया की सोमवार की शाम थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र के दयालबंद स्थित छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के ऑफिस से 4 हथियारबंद नकाबपोशों के द्वारा एटीपी ऑपरेटर वीरेंद्र सोनवानी से लगभग 13 लाख 33 हज़ार से ज़्यादा नकद रुपयों के लूट की गंभीर घटना को अंजाम दे आरोपियों के फरार होने की घटना हुई थी। जिसके बाद एसीसीयू और कोतवाली पुलिस की आरोपियों की पतासाजी के लिए लगाया गया था।
पुलिस के अथक प्रयास के बाद देर रात पुलिस की टीम ने पहले मास्टरमाइंड पिंटू यादव को हिरासत में लिया जिसके बाद कड़ी दर कड़ी उसके अन्य साथियों का सारा डिटेल पुलिस को मिल गया।
पहले बनाई प्लानिंग फिर वारदात.
मामले का मास्टरमाइंड पिंटू यादव पूर्व में नगर निगम का कर्मचारी था एक दुर्घटना में उसका एक पैर ट्रेन की चपेट में आने की वजह से कट गया था,करबला निवासी होने के कारण वह काफी समय आसपास और बिजली ऑफिस में बाहर बैठ कर काटता था। पिछले तकरीबन 15 दिनों से आरोपी अपने साथियों के साथ कैश लूटने की प्लानिंग कर रहा था, पिंटू यादव को कैश काउंटर के बारे में सारी जानकारी थी कि एटीपी मशीन में अधिक राशि कब रहती हैं और कब उसे स्टाफ कलेक्ट करता है। इधर वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मास्टरमाइंड पिंटू यादव व उसके साथियों ने सोमवार की देर शाम मौके से भागकर नारियल कोठी के करीब स्थित मुक्तिधाम शमशान घाट में बैठकर रकम की बराबरी बाट लिया था और फिर अलग अलग फरार हो गए थे वही इस मामलें में एक आरोपी धर्मेंद्र यादव फरार है जिसके पास बाकी की रकम होने की आशंका जताई जा रही है।
एसीसीयू और कोतवाली पुलिस टीम की मशक्कत.
चंद घंटों में मामले को सुलझा के जिला पुलिस की नाक बचाने एसीसीयू इंचार्ज हरविंदर सिंह और कोतवाली टीआई प्रदीप आर्य,एसआई रविन्द्र यादव की टीम को भारी मशक्कत करना पड़ा। घटना की सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो गई थी मगर सवाल था कि कौन किस दिशा में काम करेगा, इधर एसीसीयू की टीम ने संदिग्धों पर नजर रखना शुरू किया तो वही कोतवाली पुलिस की टीम ने दयालबंद क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला, इसी बीच पता चला की मास्टरमाइंड पिंटू यादव घटना के की देर शाम बिजली ऑफिस के पास देखा गया था। बस यही से पुलिस का दिमाग क्लिक किया और पिंटू यादव को हिरासत में लिया गया। उसके घर और ट्राई साइकिल की डिक्की से पुलिस को लूट की रकम मिली, देर रात कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था तो वही दूसरे पाट में मंगलवार की दोपहर बाकी के आरोपी पुलिस के हाथ लगे।
लोकल है सभी आरोपी.
1 – पिंटू यादव उम्र 60 वर्ष निवासी करबला.
2 – विक्की सिंह उम्र 28 वर्ष निवासी मधुबन रोड
3 – मंगल सिंह गोड उम्र 19 वर्ष निवासी मधुबन रोड
4 – राजा गोंड उम्र 22 वर्ष निवास मधुबन रोड
5 – शुभम बैस उतर 25 वर्ष निवासी मधुबन रोड
6 – नाबालिक
7-धर्मेंद्र यादव (फरार).