मुंगेली. छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में महिला डीएफओ द्वारा एक बुजुर्ग रेंजर से तरह तरह किस्म से उगाही करने का एक अजीबोगरीब प्रदेश में चर्चित हो रहा है। रेंजर ने महिला अफसर बहुत ही गंभीर आरोप लगा अफसरशाही की कलई को खोल दिया है इधर यह मामला पुलिस के पास जाते ही महिला डीएफओ अपनी सफाई में मीडिया को एक बयान जारी कर खुद को पाक साफ बताया है।
आरोप.
जिले की डीएफओ शमा फारूकी पर बुजुर्ग रेंजर फेकूराम लास्कर ने गंभीर आरोप लगाए हैं। रेंजर का आरोप है कि मैडम ने मटन, मुर्गा, किराना समान मंगवाया जिसका बिल मैंने भरा यहा तक की मालिश करवाई उसका पैसा भी मैने दिया। अब पैसा मांगों तो गाली देती है। रेंजर ने डीएफओ के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत करते हुए FIR दर्ज करने की मांग की है।
एक नजर घटनाक्रम पर.
आईएफएस शमा फारूकी मुंगेली वन मंडल में पदस्थ हैं। इसी रेंज में रेंजर फेकुराम लास्कर भी पोस्टेड है। रेंजर ने मामले की पुलिस में शिकायत करते हुए कहा है कि यह सब कुछ पिछले 5 महीने से चल रहा है। अफसर ने मुझसे मुर्गा, मटन, घर का सामान, बच्चों के लिए खिलौने तक मंगवा लिए। इन सब का पैसा 90 हजार रुपए हुआ है। डीएफओ के कहने पर ही मैंने एक महिला जिसका नाम चंद्रकुमारी पात्रे है, उसे बुलाया था। उसने मैडम की मालिश की। मालिश के 12 हजार रुपए हुए हैं। ये पैसे भी मैंने ही दिए, कुल मिलाकर मैंने 1 लाख 2 हजार रुपए का भुगतान किया। फिर जब मैंने अधिकारी से पैसे मांगे तो मुझे गाली देने लगी।
धमकी.
रेंजर का आरोप है कि मुझे नौकरी से निकलवाने की धमकी देती हैं। कहती है कि वन मंत्री और अधिकारी से बोलकर तुम्हें सस्पेंड करवा दूंगी। कुछ दिन में ही रिटायर होने वाले हो, ठीक से रिटायर नहीं होना चाहते क्या। तुम इतना नहीं कर सकते एक रेंजर होकर। आरोप है कि डीएफओ ने रेंजर को किसी मामले में फंसा देने की भी धमकी दी है। इसके लिए उसने कुछ दस्तावेज भी तैयार कर लिए हैं।
रेंजर ने शिकायत करते हुए बताया कि मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मुझे लगा था पैसे मिल जाएंगे, इसलिए सब सामान लाकर देता रहा। 30 जून को मैं रिटायर हो जाऊंगा, लेकिन डीएफओ मुझे प्रताड़ित कर रही है। मेरे पैसे नहीं दे रहीं, मुझे लकवा मार चुका है, परेशान हूं, बार-बार निवेदन करने पर भी मुझे गाली देती है। रेंजर ने पूरे मामले को लेकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस के अलावा उसने अपने सीनियर अधिकारियों और वन मंत्री मोहम्मद अकबर को पत्र लिखकर शिकायत की है।
महिला डीएफओ की सफाई.
मामला तूल पकड़ता देख महिला डीएफओ ने अपनी ओर से मीडिया को बकायदा एक प्रेस नोट जारी कर सफाई दी है। उनके अनुसार वन परिक्षेत्र अधिकारी फेकूराम लस्कर, वनक्षेत्रपाल द्वारा वनमंडलाधिकारी मुंगेली के ऊपर लगाये गये समस्त आरोप असत्य है। फेकूराम लस्कर, वनक्षेत्रपाल द्वारा किये गये अनियमितता की जांच वनमंडल स्तर पर उपवनमंडलाधिकारी लोरमी के द्वारा सही पाया गया। उस आधार पर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक एवं वन बल प्रमुख छ.ग. नवा रायपुर अटल नगर के द्वारा फेकूराम लस्कर, वनक्षेत्रपाल को अंतिम बचाव उत्तर प्रस्तुत करने हेतु पत्र जारी किया गया है।
फेकूराम लस्कर, वनक्षेत्रपाल एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी मुंगेली के विरूद्ध गंभीर आर्थिक अनियमितता की शिकायत प्राप्त हुई। उस आधार पर जांच हेतु मुख्य वनसंरक्षक बिलासपुर वृत्त के द्वारा वृत्त स्तरीय जांच समिति गठित की गई है, जिसकी जांच प्रक्रियाधीन है। एक प्रकरण में जांचकर्ता अधिकारी उपवनमंडलाधिकारी लोरमी के द्वारा दूरभाष पर बताया गया कि जांच हेतु फेकूराम लस्कर, वनक्षेत्रपाल एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी मुंगेली के द्वारा असहयोगात्मक रवैया अपनाया जा रहा है। संभवतः जांच प्रक्रिया न हो, इस उद्देश्य से अधिकारी पर दवाब डालने हेतु फेकूराम लस्कर, वनक्षेत्रपाल एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी मुंगेली द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है। मेरे द्वारा विधि विशेषज्ञ एवं उच्चाधिकारियों से सलाह लेकर कानूनी कार्यवाही की जावेगी।