थाने में पथराव और तोड़फोड़ के बाद SP ने थाना प्रभारी और एक आरक्षक को किया निलंबित

बलरामपुर. बलरामपुर के कोतवाली थाना में स्वास्थ्यकर्मी की मौत के मामले में थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और आरक्षक अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है. वहीं कांग्रेस ने 8 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है.बता दें, बीती रात बलरामपुर के कोतवाली थाना के बाथरूम में एनएचएम के कर्मचारी की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली, जिसके बाद हड़कंप मच गया है. सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और मृतक के परिजनों ने रात में कोतवाली पहुंचकर जमकर हंगामा खड़ा किया. सैकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने में पथराव कर दिया, वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की.

देखें आदेश की कॉपी:

मृतक के पिता ने पुलिस पर मारपीट का लगाया आरोप

इस मामले में मृतक गुरु चरण के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है. बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए है. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मारपीट का जख्म भी दिखाया.

एएसपी ने लोगों से पुलिस को सहयोग और शांति बनाए रखने की अपील

इस मामले में एडिशनल एसपी शैलेन्द्र पांडेय ने बताया कि 29 सितंबर को मृतक और उसके पिता थाने में गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे थे. पुलिस लगातार इसकी पातासजी कर रही थी, इसी बीच आज थाने में गुरुचरण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि पुलिस ने किसी के साथ मारपीट नहीं की है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. एडिशनल एसपी ने भी लोगों से शांति बनाए रखने और पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है.

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