बिलासपुर. आबकारी एक्ट के मामले में जेल दाखिल किए गए एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में केंद्रीय जेल में मौत का मामला सामने आया है। मृतक के पिता ने कोटा थाना इंचार्ज पर रकम मांगने का गंभीर आरोप लगा आबकारी विभाग और जेल प्रबंधन को भी कटघरे में खड़ा किया है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार को कोटा थाना क्षेत्र के गनियारी में 13 लीटर अवैध कच्ची शराब के साथ उमेंद वर्मा पिता रामलाल वर्मा को गिरफ्तार कर केंद्रीय जेल दाखिल करवाया गया था। रविवार की रात उसकी जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। घटना की जानकारी देर रात ही मृतक के पिता रामलाल को मिल गई थी वही सोमवार की सुबह सिम्स में मृतक के परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया और आरोप लगाया कि कोटा पुलिस ने उमेंद के साथ जमकर मारपीट की और थाना प्रभारी ने एक लाख रुपए की रकम की डिमांड भी किया था।
उमेंद ने कहा था छाती में दर्द है-पिता.
मृतक के पिता ने आरोप लगाया है कि कोटा पुलिस ने उमेंद के साथ मारपीट की और थाना प्रभारी दिनेश चंद्रा ने उसे छोड़ने के एवज में एक लाख रुपए की मांग की थी।
जेल में शनिवार को वह अपने पुत्र से मिलने गया तो उमेंद ने छाती में दर्द होने की शिकायत की थी। मृतक के पिता ने आबकारी विभाग के द्वारा उसके पुत्र को कोटा पुलिस के हवाले करने और जेल प्रबंधन को भी कटघरे में खड़ा किया है।
एसपी ने कहा कि.
इस घटना के बारे में एसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि
हर पहलू की जांच कराई जाएगी.
नशे का आदि था मृतक.
घटना के बाद जो बात सामने आ रही है उसमें यह पता चला है कि मृतक नशे का आदि था और उसे विड्राल सिम्टम्स (रेगुलर नशा नही मिलने से शरीर मे कंपन व बीमार पड़ना) की बीमारी थी। जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने
‘OMG NEWS’ को बताया कि आबकारी एक्ट के मामले में उमेद वर्मा को जेल लाया गया था। डॉक्टरी मुलाहिजे में वह बिल्कुल ठीक था। लेकिन विड्राल सिम्टम्स की प्रॉब्लम होने के कारण शनिवार को उसकी तबीयत खराब हुई और इलाज के लिए सिम्स रिफर किया गया था जहाँ उसकी मौत हुई है।