आरोप- मस्तूरी विधानसभा की कमीशन खोर महिला सुपरवाइजर श्रीवास की मनमानी से स्टाफ खासा नाराज, शिकायत पत्र वायरल हुआ तो मचा हड़कप.

बिलासपुर. बीजेपी विधायक और विधानसभा के उपनेता डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी के विधानसभा क्षेत्र के दर्रीघाट सेक्टर में महिला बाल विकास परियोजना की एक महिला सुपरवाइजर के कामकाज को लेकर यहां के स्टाफ अंदर से काफी उबल रहें है, उक्त महिला सुपरवाइजर पर कई तरह के गंभीर आरोप लग रहे थे वही ताजा मामला कमीशनखोरी का सामने आया है वही वही दर्रीघाट सेक्टर के स्टाफ में महिला सुपरवाइजर पर दुर्व्यवहार करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप भी मढ़ एसडीएम से शिकायत की है इधर जैसे ही शिकायत पत्र वायरल हुआ तो महिला सुपरवाइजर खुद को पाक साफ बता पत्र को फर्जी करार दे रही है।

सूत्रों को माने तो हमेशा से विवादों में रहने वाले मस्तूरी महिला बाल विकास परियोजना में एक बार फिर से भ्रष्टाचार की शिकायत ने अधिकारियों के कान खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला मामला एकीकृत महिला बाल विकास मस्तूरी के दर्रीघाट सेक्टर का है। जहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने वहां पदस्थ सुपरवाइजर उषा श्रीवास के विरुद्ध भ्रष्टाचार की शिकायत की है साथ ही उक्त सुपरवाइजर पर अभद्रता और गाली गलौच का जिक्र भी शिकायत पत्र में किया गया है।

भोजन पर कमीशन.

आरोप है कि दर्रीघाट सेक्टर की सुपरवाइजर उषा श्रीवास गर्म भोजन के एवज में 10% कमीशन की मांग करती है ऐसी शिकायत सेक्टर में पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला परियोजना अधिकारी सहित एसडीएम मस्तूरी से की है साथ ही आरोप लगाया है कि सेक्टर सुपरवाइजर समय पर दौरा नहीं करती साथ ही टेलिफोनिक निर्देश पर कार्यकर्ताओं पर अपना रौब जमाती है।
कार्यकर्ताओं ने अपनी शिकायत पत्र में आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं और उन्हें जल्द ही दर्रीघाट सेक्टर से हटाने की मांग की है ।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बनाई जांच समिति मगर सुपरवाइजर को क्षेत्र से नही हटी.

सूत्रों की माने तो दर्रीघाट सेक्टर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की शिकायत मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सिन्हा ने जांच समिति गठित की है। लेकिन क्षेत्र से सुपरवाइजर को नहीं हटाए जाने से पर्यवेक्षक दबाव पूर्वक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बयान को बदलने का षड्यंत्र कर रही हैं। ऐसी जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मीडिया को दी है।

इसलिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को करनी पड़ी शिकायत.

दर्रीघाट आंगनबाड़ी सुपरवाइजर उषा श्रीवास के विरुद्ध आखिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शिकायत क्यों करनी पड़ी यह सवाल अभी जिंदा है और लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं बताया जाता है कि आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक लंबे समय से क्षेत्र में पदस्थ है जिसे हटाने की हिमाकत स्वयं परियोजना अधिकारी भी नहीं कर पा रहे यही कारण है कि आंगनबाड़ी प्रवेक्षक स्वेच्छाचारी हो गई है और अपनी मनमर्जी चला रही हैं बताया जाता है कि उन्हें विभाग के एक बड़े अधिकारी संरक्षण प्राप्त है जिसकी वजह से उक्त महिला सुपरवाइजर कुर्सी पर जमी हुई है।

महिला सुपरवाइजर ने कहा शिकायत फर्जी थी.

इस मसले सुपरवाइजर उषा श्रीवास से फोन पर ‘OMG NEWS’ ने चर्चा की तो उन्होंने सारे आरोपों को निराधार बताया और कहा कि शिकायत पत्र में फर्जी साइन कर किसी ने दिया था। जिसे वापस ले लिया गया है इधर खबरीलाल की माने तो जितने स्टाफ ने महिला सुपरवाइजर श्रीवास के खिलाफ मोर्चा खोला है उन पर दबाव बनाकर शिकायत पत्र वापस करवाया गया।

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