गौरेला पेंड्रा मरवाही। मरवाही के ग्रामीण क्षेत्रों में सट्टा एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने नंबरी सट्टा चलाने वाले एक गिरोह के कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लाखों के सट्टा पट्टी के रिकॉर्ड्स के साथ, मोबाइल और नगद भी सट्टा खेलते हुए पकड़े गए हैं। गिरोह के मुखिया से तलाशी में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे, ग्रांडएक्सचेंज और थंडरएक्सचेंज में संलिप्तता के साक्ष्य मिले हैं। मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
बता दें कि जीपीएम एसपी आईपीएस भावना गुप्ता ने कल्याण और गोल्डन नंबरी सट्टा खिलाने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना पर कड़ा रुख अपनाया और साइबर सेल जीपीएम तथा मरवाही पुलिस को गिरोह पर कार्रवाई के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल के मार्गदर्शन में 26 सितंबर को एसडीओपी मरवाही और डीएसपी साइबर सेल दीपक मिश्रा के नेतृत्व में तीन टीमें गठित कर सट्टा खाईवालों पर रेड किया गया। टीमों ने ग्राम भर्रीडाड, लोहारी और मरवाही के कुल आठ सट्टा खाईवालों को नंबरी सट्टा खिलाने के साक्ष्य के साथ पकड़ा, जिनसे जुड़े लिंक के आधार पर गिरोह के सरगना, मरवाही निवासी स्नेहिल गुप्ता और आयुष जायसवाल को भी गिरफ्तार किया गया।
पकड़ाए आरोपियों के नाम और भूमिका
स्नेहिल गुप्ता (23 वर्ष, मुख्य सरगना) – पिता सुनील गुप्ता, बनिया मोहल्ला मरवाही। डेली नीड्स की दुकान भी चलाता हैं।
आयुष जायसवाल (22 वर्ष, स्नेहिल का पार्टनर) – पिता रमेश कुमार जायसवाल, पुरानी बस्ती मरवाही। हिसाब किताब देखता हैं।
संतोष राय (38 वर्ष, सट्टा खाईवाल एजेंट) – पिता जवाहर लाल राय, ग्राम चिचगोहना मरवाही। बस स्टैंड में पान दुकान चलाता हैं।
श्रवण प्रसाद गुप्ता (47 वर्ष, सट्टा खाईवाल एजेंट) – पिता स्व जानकी प्रसाद गुप्ता, ग्राम लोहारी मरवाही।
मो हासिम अंसारी (61 वर्ष, सट्टा खाईवाल एजेंट) – पिता मो वारिस अंसारी, मस्जिद मोहल्ला मरवाही।
अंकित राय (30 वर्ष, सट्टा खाईवाल एजेंट) – पिता: स्व गणेश प्रसाद राय, न्यू बस स्टैंड मरवाही।
चुनित राय (37 वर्ष, सट्टा खाईवाल एजेंट) – पिता कोदुराम राय, ग्राम भर्रीडाड मरवाही।
विजय ताम्रकार (34 वर्ष, सट्टा खाईवाल एजेंट) – पिता स्व सरवन लाल ताम्रकार, पुरानी बस्ती मरवाही।
लाखों की सट्टा पट्टी समेत मोबाइल और नगद भी ज़ब्त
आरोपियों से 8 मोबाइल फोन, व्हाट्सएप पर लाखों के सट्टा के लेन-देन के रिकॉर्ड्स और लगभग ₹20,000 नगद मिले हैं। आरोपियों के लगभग 15 खातों और मोबाइल से मिले वित्तीय लेन-देन के आधार पर और गिरफ्तारियों की प्रक्रिया जारी है। इस कार्रवाई में साइबर सेल के प्रभारी सुरेश ध्रुव, उप निरीक्षक सनत म्हात्रे, उप निरीक्षक श्यामलाल गढ़वाल, सहायक उप निरीक्षक कांतिलाल वानी, एएसआई चंद्रप्रकाश पांडे, प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी (साइबर), चौपाल कश्यप (साइबर), और अन्य सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।