बड़ी खबर: बस्तर में पत्रकारों को गांजा केस की स्क्रिप्ट टीआई सोनकर ने रची थी,एसपी ने लिया एक्शन, पहले किया सस्पेंड फिर जेल भेजा.

सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। पत्रकार,धर्मेन्द्र, बप्पी, मनीष और नीशू पर अवैध गांजा रखने का आरोप मढ़ा फसाने के मामले में पुलिस कप्तान किरन चव्हाण ने कोंटा टीआई अजय सोनकर की इस मामले में संदिग्ध भूमिका की जांच के बाद आरोप सिद्ध होते टीआई के खिलाफ जुर्म दर्ज कर जेल भिजवा दिया है।

कुछ ही देर पहले सुकमा टीआई शिवानंद तिवारी को एसपी किरन चव्हाण ने पत्रकारों के खिलाफ साजिश रहने के मामले में आरोपी कोंटा टीआई अजय सोनकर को पुलिस अभिरक्षा में जेल दाखिल करवाने का निर्देश दिया है। जिले की मिडिया को इस बात की पुष्टि एसपी ने की है।

(ये नेता कौन जिनको बताने के लिए कहा अजय सोनकर ने जेल जाने से पहले)

मालूम हो कि मामला बिल्कुल ताजा है। जब कोंटा टीआई अजय सोनकर पर चार टीवी पत्रकार,धर्मेन्द्र, बप्पी, मनीष और नीशू को फंसाने का आरोप लगा था। इन पत्रकारों को आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवाया गया था और जांच में सामने आया कि टीआई सोनकर ने ही साजिश के तहत इन पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रखवाया था। जिससे उन्हें फसाया जा सके।

यह घटना तब घटी जब चारों पत्रकार रेत खनन मामले की रिपोर्टिंग कर रहे थे। यह क्षेत्र आंध्र प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है और यहां रेत माफिया सक्रिय हैं। जिन्हें स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। पत्रकारों की गिरफ्तारी की जानकारी जब उच्चाधिकारियों तक पहुंची, तो इस पर काफी हंगामा हुआ। राज्य के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए।

वही इस मामले में टीआई की भूमिका की जांच का जिम्मा एसपी ने एसडीओपी को सौंपा था। जिसमें टीआई सोनकर की साजिश की पुष्टि होते ही मंगलवार को एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई से प्रदेश में पत्रकारों के प्रति हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ कड़ा संदेश गया है।

एसपी ने कहा कि ऐसा काम मत करो की बचाना पड़ जाए.

बताया जा रहा है कि इस कांड के बाद एसपी को टीआई सोनकर की हरकतों की भनक लग गई थी। जिसके बाद उन्होंने थानेदारो की मीटिंग में साफ तौर पर कहा कि कोई भी ऐसा काम मत करो जिससे खाकी दागदार हो और पुलिस को विभाग के लोगों को ही बचाना पड़े।

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