बेंगलुरु के इंदिरा नगर इलाके में एक सर्विस अपार्टमेंट में लेडी व्लॉगर की हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. मृतक असम की रहने वाली माया गोगोई थी, जो 23 नवंबर को अपने कथित प्रेमी आरव हरनी के साथ सर्विस अपार्टमेंट में रहने आई थी. पुलिस सूत्रों ने बताया कि लेडी व्लॉगर माया गोगोई के प्रेमी ने 24 नवंबर को उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी. संदेह है कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई थी, इसके बाद आरोपी ने माया की छाती पर चाकू से कई बार हमला कर दिया और फिर दो दिन तक शव के पास बैठा रहा.
उसने सुबह कैब लेकर वहां से भाग गया. अपार्टमेंट स्टॉफ ने पुलिस को बताया कि कमरे में शव मिल गया था और उन्होंने ही बताया कि मृतिका अपने दोस्त के साथ रहने आई थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके उसकी तलाश शुरू कर दी है. पुलिस के अनुसार माया कोरमंगला में काम करती थी.
तीन दिन पहले केरल से बेंगलुरु आया था आरव
पुलिस ने बताया कि माया एक निजी कंपनी में काम करती थी और दोनों एक-दूसरे को जानते थे. शुरुआती पूछताछ में पता चला कि दोनों एक-दूसरे को जानते थे. आरव, जो तीन दिन पहले केरल से बेंगलुरु आया था, तब से हत्या तक वह उसके साथ रहती थी. पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाकर हत्यारे की तलाश में जुटी हुई है.
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. हत्यारे की तलाश की जा रही है. पुलिस के मुताबिक, माया कोरमंगला में एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी. शुरुआती पूछताछ में पता चला कि दोनों एक-दूसरे को जानते थे. 3 दिन पहले जब आरोपी आरव केरल से बेंगलुरु आया था तब से लेकर हत्या किए जाने तक माया उसके साथ ही रह रही थ.हत्या की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है. पुलिस स्पेशल टीम बनाकर हत्यारे की तालाश में जुटी हुई है.
पुलिस उपायुक्त डी देवराज ने बताया “हम क्राइम सीन की जांच कर रहे हैं. पुलिस और फोरेंसिक की टीमें वहां मौजूद हैं. पुलिस की एक टीम मृतिका की पहचान को स्थापित करने के लिए एचएसआर लेआउट गई हुई है, जहां वह काम करती थी. आरोपी केरल का रहने वाला है. उसके बारे में अधिक जानकारी ली जा रही है,”
सितंबर में बेंगलुरु में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई थी. व्यालीकवल इलाके में एक घर के कमरे में 165 लीटर मॉडल के सिंगल डोर फ्रिज में 29 वर्षीय महालक्ष्मी की लाश के 30 से 40 टुकड़े मिले, कई फर्श पर बिखरे पड़े थे. 19 दिन बाद, 21 सितंबर को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे कमरे का दरवाज़ा खुला. नेपाल की रहने वाली महालक्ष्मी वहाँ पांच महीने पहले ही किरायेदार के तौर पर रहने आई थी. उसके पड़ोसी भी उसे नहीं जानते थे.
उसकी मां और बहन बेंगलुरु में रहते हैं, इसलिए वह हर दिन सुबह 9.30 बजे घर से निकलती और रात 10.30 बजे घर लौटती. दो सितंबर को अचानक महालक्ष्मी का फोन बंद हो गया. उसकी मां और बहन लगातार फोन करते रहे, लेकिन कोई बात नहीं हो रही थी. इसी बीच पड़ोसियों को घर से बदबू आ गई. 20 सितंबर को मकान मालिक ने महालक्ष्मी की मां को फोन किया और उन्हें महालक्ष्मी के घर से आ रही बदबू के बारे में बताया. वह घबरा गई जब उसने सुना कि महालक्ष्मी की मां के पास एक चाबी थी, जो उसने अपनी दूसरी बेटी के साथ घर ले आई. मकान मालिक और आसपास के लोगों की मौजूदगी में घर का दरवाजा खोला गया. दरवाजा खुलते ही अंदर से इतनी तेज बदबू आई कि सभी पीछे हट गए. कुछ देर बाद, वे हिम्मत कर फिर से अंदर गए, लेकिन फर्श पर खून के निशान और मांस के छोटे-छोटे लोथड़े पड़े थे. इस तरह वारदात का खुलासा हुआ.