जनता का समावेशी विकास है छत्तीसगढ़ मॉडल: मुख्यमंत्री बघेल

रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जनता का समावेशी विकास ही है छत्तीसगढ़ मॉडल। इस मॉडल किसानों, आदिवासियों और गांवों में निवासरत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को समृद्ध बनाने का कार्य सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्ज माफ किए। छत्तीसगढ़ के लोगों की आर्थिक उन्नति और बेहतरी के लिए कार्य किए जा रहे हैं।  मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित एक निजी होटल में न्यूज 24 द्वारा आयोजित ‘मंथन छत्तीसगढ़‘ कार्यक्रम में शामिल हुए। भूपेश का छत्तीसगढ़ मॉडल क्या है पूछने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जनता के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव योजनाओं को संचालित कर समृद्ध करने का कार्य कर रही है। इसी मॉडल के अंतर्गत प्रदेश में 750 से अधिक स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी-हिन्दी माध्यम स्कूल खोले गए हैं। इन स्कूलों के माध्यम से उन परिवारों को राहत मिली है और बच्चे इंग्लिश मीडियम में पढ़ कर निजी स्कूल के बच्चों से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मजदूरों, बेरोजगारों और किसानों को भी सीधे उनके खाते में राशि ट्रांसफर किए जा रहे हैं। प्रदेश के लोगों के आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ कला संस्कृति को भी संजोने और संवर्धन करने का कार्य हमारी सरकार कर रही है। विगत तीन वर्षों से आदिवासी महोत्सव का आयोजन किया। लगभग 27 देशों से भी आदिवासियों की टीम छत्तीसगढ़ आई और आदिवासी महोत्सव में अपनी संस्कृति का यहां प्रदर्शन किया, जिससे एक दूसरे की संस्कृति को जानने-सीखने का मौका मिला।    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार में प्रदेश के युवाओं के लिए बेहतर कार्य हुए हैं। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता के साथ-साथ शासकीय नौकरी का अवसर दिलाना बड़ी संख्या में भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ‘मन्थन छत्तीसगढ़’ के कार्यक्रम में कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा, स्वस्थ्य, आंगनवाड़ी सहित विकास देखने को मिल रहा है और छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद सिमटते जा रहा है। उन्होंने कहा कि लगभग 600 गांव नक्सलवाद से मुक्त हुआ है। उन्होंने कहा कि किसानों की उपज का वाजिब दाम दिलाकर किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम सरकार ने किया है। सरकार ने इन पांच वर्षों में किसानों, गरीबों और आदिवासियों सहित सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। किसानों को ऋण मुक्त करने के लिए पहले कृषि ऋण माफ करने के साथ ही सिंचाई कर माफ कर किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करने का काम किया है।

You May Also Like

error: Content is protected !!