सीएम साय का बड़ा बयान, कहा- कभी भी हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार

रायपुर। छत्तीसगढ़ में साय सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बयान देते हुए कहा है कि कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. सीएम के इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि देर रात तक या कल तक मंत्रिमंडल विस्तार की लिस्ट आ सकती है.बता दें कि सोमवार को एक मैसेज काफी वायरल हुई, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के सोशल मीडिया ग्रुप में चल रहे मैसेज में देखा गया था कि साय मंत्रिमंडल का विस्तार 10 अप्रैल को होने जा रहा है। पार्टी के कई सोशल मीडिया ग्रुप में यह मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. इसके मुताबिक तीन नए मंत्री शपथ लेने जा रहे हैं. वायरल मैसेज के मुताबिक विधानसभा उपाध्यक्ष के साथ-साथ एक दर्जन से ज्यादा संसदीय सचिवों की ताजपोशी भी होगी. साय सरकार ने हाल ही में निगम,मंडल,आयोग और बोर्ड में नियुक्ति की थी. इन नियुक्तियों के जरिए यह संदेश दे दिया था कि आने वाले दिनों में सभी तरह की नियुक्तियों को अमलीजामा पहना दिया जाएगा. अब हलचल तेज हो गई है. भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश रायपुर पहुंच रहे हैं. प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन कल सुबह रायपुर पहुंचेंगे. 9 अप्रैल को भाजपा प्रदेश कार्यालय में बड़ी बैठक रखी गई है. सरकार में मुख्यमंत्री समेत 11 मंत्री हैं. बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद से एक पद रिक्त हुआ था. इस लिहाज से 2 मंत्री पद रिक्त माने जाते रहे हैं, लेकिन हरियाणा फार्मूला लागू होने के बाद एक अतिरिक्त मंत्री पद राज्य में बढ़ जाएगा. इस लिहाज से मंत्रिमंडल की कुल संख्या 14 की हो जाएगी. भाजपा के सोशल मीडिया ग्रुपों में चल रहे मैसेज के अनुसार भी यह जानकारी वायरल हो रही है कि तीन नए मंत्री शपथ लेंगे. वायरल मैसेज में शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम अमर अग्रवाल, पुरंदर मिश्रा और गजेंद्र यादव हैं. गजेंद्र यादव संघ बैकग्राउंड के साथ-साथ यादव समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं. राज्य में ओबीसी वर्ग में साहू समाज के बाद सर्वाधिक संख्या यादवों की हैं. ऐसे में उनका मंत्री बनाया जाना लगभग तय है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे. उनका मंत्री बनना लगभग तय है. तीसरे नाम को लेकर सबसे ज्यादा असमंजस का दौर है. सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में पुरंदर मिश्रा को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है, लेकिन इस दौड़ में रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत और कुरुद विधायक अजय चंद्राकर भी रेस का हिस्सा रहे हैं.

उसेंडी बनेंगे विधानसभा उपाध्यक्ष !

भाजपा के सोशल मीडिया ग्रुप के वायरल मैसेज में अंतागढ़ से विधायक विक्रम उसेंडी के विधानसभा उपाध्यक्ष बनने का जिक्र है. विक्रम उसेंडी रमन सरकार में वन मंत्री की हैसियत से काम कर चुके हैं. लोकसभा सदस्य रहे हैं. मौजूदा सरकार में उन्हें मंत्री बनाए जाने की अटकलें लगती रही हैं. हालांकि चर्चा में उन्हें विधानसभा उपाध्यक्ष बनाए जाने का जिक्र होता रहा है. विधानसभा में सत्रों के दिनों में वह सभापति तालिका में शामिल किए जाते रहे हैं. इस लिहाज से इस चर्चा को बल मिलता है.

संसदीय सचिव के लिए 16 नाम

साय सरकार संसदीय सचिवों की भी नियुक्ति करने जा रही है. चर्चा है कि सरकार 16 संसदीय सचिव बना सकती है. भाजपा के ग्रुप में वायरल मैसेज में जिन नामों को शामिल किया गया है, उनमें भावना बोहरा, गोमती साय, रायमुनि भगत, चैतराम अटामी, धर्मजीत सिंह, योगेश्वर राजू सिन्हा, मोतीलाल सिन्हा, डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, दीपेश साहू, प्रबोध मिंज, सुशांत शुक्ला, रोहित साहू, रिकेश सेन, नीलकंठ टेकाम, संपत अग्रवाल या राजेश अग्रवाल और रायमुनि भगत के नाम शामिल हैं.

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