रायपुर. प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आईएएस और आईपीएस अफसरों की क्लास ले रहे हैं। राजधानी के न्यू सर्किट हाउस में सीएम समीक्षा बैठक के बहाने प्रदेश में हो रही पुलिसिंग की नब्ज टटोलने में लगे हैं। सुबह करीब दस बजे शुरू हुई सीएम की क्लास में सब से पहले बिलासपुर रेंज का आया और आईजी संजीव शुक्ला ने अपना प्रेजेंटेशन दिया। जिसके बाद सीएम ने कहा कि रेंज में अपराधों में कमी आई होगी लेकिन
इससे संतोष करना नही है तो वही दुर्ग रेंज पुलिसिंग से सीएम ने नाराजगी जताई और ज्यादा मेहनत करने की सलाह देते हुए हत्या जैसे मामले में लेट लतीफी पर ये सही नहीं कहा है।
हर जिले के कलेक्टर और एसपी की क्लास लगा सीएम साय एक के बाद एक वन टू वन कर रहे हैं। बिलासपुर रेंज की पुलिसिंग को लेकर सीएम कुछ ज्यादा खुश नजर नहीं आए। आईजी शुक्ला के प्रेजेंटेशन के बाद सीएम ने साफ कहा कि बिलासपुर रेंज में अपराधों में कमी आई है, लेकिन
इससे संतोष करना नही है, हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम ने निर्देश दिया कि
पिछले वर्षों की तुलना में अपराध में कमी आई होगी लेकिन जिला बदर और प्रतिबंधात्मक संबधी कार्रवाई रुकनी नही चाहिए एसपी और कलेक्टर टीम भावना से आपसी समन्वय से काम करें। धार्मिक मामलों में लापरवाही न करें और तुरंत कार्रवाई करें। इसके अलावा हत्या जैसे मामले में कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए , ऐसे केस जल्दी सॉल्व करें। गौ-तस्करी व नशा एक बहुत बड़ी समस्या है, इस पर नियंत्रण पाना और ऐसे मामलों में एंड टू एंड कार्रवाई करनी है।
सेकेंड नंबर: दुर्ग रेंज पुलिस, संतुष्ट नजर नहीं आए सीएम.
इधर सीएम साय ने दुर्ग पुलिस रेंज की पुलिसिंग को लेकर कहा कि और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है,हत्या और डकैती के मामले 6 महीने में भी नहीं सुलझ पा रहे हैं, ये सही नही है.
कई मामलों में आरोपी फरार है, इस पर जल्दी कार्रवाई होनी चाहिए.
किसान सम्मान निधि में धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, ऐसे गड़बड़ी भविष्य में दोबारा नहीं होनी चाहिए.प्रतिबंधात्मक मामलों में देरी न हो और जिला बदर की कार्रवाई केवल कागजों पे ना हो बल्कि वास्तव में हो.नए कानून की जानकारी को बेहतर तरीके से स्वीकार करें और जरूरत के अनुसार ट्रेनिंग कर खुद को अपडेट करते रहें।
अपडेट.
राजनांदगांव रेंज पुलिस ने हुए अच्छे काम लेकिन.
तीसरे नंबर पर राजनंदगांव रेंज की पुलिसिंग को लेकर सीएम ने कहा कि कुछ जगह अच्छे काम हुए हैं, त्रिनेत्र एप और चिटफंड मामलों में अच्छी कार्रवाई हुई है लेकिन सिर्फ इतना पर्याप्त नहीं है।
अवैध शराब बिक्री की बहुत शिकायत है, पुलिस के संरक्षण के आरोप लगते है, ये बिलकुल नहीं होना चाहिए, अवैध शराब बिक्री पूरी तरह बंद होना चाहिए।
कई जगहों में जांच को लेकर काफी आक्रोश है, शिकायत मिलती है की जांच टीम सही से जांच नही कर रही, अधिकारी जांच में उपस्थित नही रहते है, ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी, काम में लापरवाही बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।