रायपुर। कांग्रेस के घोषणा पत्र पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के सवालों का कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि देश के संसाधन यदि अडानी-अंबानी जैसे चंद लोगों पर ना लुटाए जाएं. देश के संसाधनों का यदि सत्तारूढ़ पार्टी भव्य कार्यालय निर्माण करने में उपयोग न करें, तो देश की महिलाओं को प्रतिवर्ष एक लाख नहीं, पांच लाख दिया जा सकता है.
कांग्रेस मीडिया प्रभारी सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस ने बड़ी जिम्मेदारी के साथ महिलाओं को प्रतिवर्ष एक लाख देने का वादा किया है. दरअसल, अजय चंद्राकर ने उपेक्षित होने के बाद पढ़ना-लिखना छोड़ दिया है, उन्हें अब अध्ययन करना चाहिए. वह पूरी तरीके से कुंठित हो चुके हैं.
वहीं अजय चंद्राकर के दीपक बैज के अपमान वाले बयान पर सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी जी की सभा में बीजेपी ने एक लाख लोगों के होने का दावा किया था, लेकिन बमुश्किल 10 से 15 हजार लोग आए थे. कवासी लखमा की एक-एक सभा में बिना किसी तैयारी के 10 से 15 हजार लोग आ रहे हैं. कवासी लखमा में बस्तर का आम आदिवासी अपना अक्स देख रहा है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने आदिवासियों का शोषण किया है. 2006 के वन अधिकार अधिनियम समाप्त करने, नगरनार संयंत्र को अदानी को देने की साजिश रची, या चाहे हसदेव अरण्य की कटाई का मामला हो. आदिवासी बीजेपी से बेहद नाराज हैं.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भूपेश बघेल की टिप्पणी पर अजय चंद्राकर के कटाक्ष पर सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अजय चंद्राकर सत्ता के मद में अंधे हैं. पार्टी का और ईडी का षड्यंत्र देश के सर्वोच्च अदालत ने बेनकाब कर दिया. कुछ ना कुछ बयानबाजी तो करेंगे. उनका काम है पर्दा डालना, तो पर्दा डालने का प्रयास तो करेंगे. पर्दा नहीं डालेंगे तो अभी भी उपेक्षित हैं, और आगे भी उपेक्षित रहेंगे.