रायपुर। राजधानी के सेजबहार स्थित आस्था मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में पैर में हर्निया के इलाज के लिए भर्ती कराए गए मरीज़ की मौत हो गई. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में उचित व्यवस्था नहीं होने और डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से मरीज की मौत हुई है.
मृतक मरीज़ फिंताराम के परिजन उत्तम साहू ने बताया कि फिंताराम के पैर में हर्निया के इलाज के लिए उन्हें आस्था मल्टीस्पेस्लिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. आज दोपहर अचानक उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया तो इलाज के लिए हॉस्पिटल में कोई डॉक्टर नहीं थे, जिसकी वजह से मरीज की मौत हो गई. उत्तम साहू ने बताया कि जीवन रक्षक उपकरण नहीं होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को भर्ती कर लिया गया. उत्तम साहू ने बताया कि जब मरीज को अटैक आया उस दौरान डॉक्टर खाना खाने गए हुए थे. अगर मौके पर कोई डॉक्टर होता तो फिंतराम की जान बचाई जा सकती थी.
आस्था मल्टीस्पेस्लिटी हॉस्पिटल प्रबंधन ने माना की जब मरीज को अटैक आया उस दौरान डॉक्टर खाना खाने गए हुए थे. उन्होंने बताया कि कार्डियक अरेस्ट के लिए हमारे यहाँ कोई व्यवस्था नहीं है. हॉस्पिटल में इलाज के लिए ऑन कॉल डॉक्टरों को बुलाया जाता है. तीन बजे तक मरीज़ की स्थिति बहुत अच्छी थी, सब कुछ अचानक हुआ है.
परिजनों ने लाश को लेने से किया इंकार
बता दें कि मृतक के परिजन न्याय की गुहार लगाते हुए अस्पताल में ही धरने पर बैठ गए है. मृतक के परिजनों लाश लेने से इंकार भी कर दिया है. उनका कहना है कि जब तक कोई उचित कार्रवाई नहीं की जाती तब तक वह धरना जारी रखेंगे.