बिलासपुर. बीते चार साल से देवरीखुर्द में रामलीला का आयोजन होता आ रहा है। इस वर्ष भी विंध्यवासिनी रामायण प्रचारक रामलीला मंडली के तत्वावधान में देवरीखुर्द में रामलीला का मंचन विधि विधान से प्रारंभ हुआ। इसमें मनोज कुमार मिश्रा महाराज सहित धर्म जागरण मंच के धर्म जागरण मंच के जिला समन्वयक बी पी सिंह उपस्थित रहे। मंचन में राजेश शेंडे, रवि बारगाह सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिक व श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
श्री राम जन्म लीला का मंचन.
इस दौरान रामलीला मंडली के सदस्यों ने मुख्यातिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। प्रथम दिवस श्रीराम के जन्म संबंधित लीला का मंचन हुआ। राजा दशरथ व तीनों रानियां पुत्र न होने के कारण व्यथित थे। कुलगुरु वशिष्ठ की सलाह से राजा दशरथ ने पुत्र कामना यज्ञ कराया। जिसमें देव योग से माता कौशल्या की कोख से विष्णु के अवतार प्रभु श्रीराम ने जन्म लिया। अयोध्या नगरी सहित पूरा विश्व मंगल गान करने लगा। इसके अतिरिक्त राम के साथ ही भरत, लक्ष्मण व शत्रुघ्न का जन्म हुआ। वशिष्ठ ने राजा दशरथ को बताया कि उनके ये पुत्र कीर्ति पताका फहराने वाले बनेंगे। दशरथ की भूमिका में मंडली के सदस्यों ने चरित्र को जीवंत कर दिया।
पुरानी यादें ताजा हो गई. सिंह.
इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल बीपी सिंह ने कहा कि रामलीला का अद्भुत मंचन देखकर उनकी पुरानी यादें ताजा हो गई। 492 वर्ष पहले मुगलों द्वारा जिस राम मंदिर को तोड़कर मंदिर के अस्तित्व को मिटाने का प्रयास किया गया था उसे देश के प्रधानमंत्री द्वारा पुनः स्थापित किया जाना देश के लिए एक गौरवशाली कार्य है।