मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के प्रतिनिधिमंडल ने की सौजन्य मुलाकात.
रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मंगलवार की शाम राजधानी स्थित उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ सिन्धी पंचायत के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री को इस दौरान प्रतिनिधिमंडल द्वारा भगवान श्री झूलेलाल सांई के जन्मोत्सव कार्यक्रम ‘चंड्र जी रात’ में मुख्य अतिथि के बतौर शामिल होने का आमंत्रण दिया। यह कार्यक्रम 22 मार्च 2023 को रात्रि 9 बजे से राजधानी के शंकर नगर स्थित बी.टी.आई. ग्राउण्ड में आयोजित होगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने भगवान श्री झूलेलाल सांई के जन्मोत्सव कार्यक्रम में आमंत्रण के लिए प्रतिनिधिमंडल को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार हर वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं। यहां उनके हित में संचालित जनकल्याणकारी कार्यक्रमों के परिणाम स्वरूप किसान, मजदूर और व्यापारी, हर वर्ग के लोगों में खुशी का माहौल बना हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ में राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू होने के बाद हर साल धान का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। पिछले साल 98 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी और अब इस साल सभी पिछली रिकार्ड तोड़ते हुए 107 लाख मीट्रिक टन से अधिक की खरीदी की गई है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अवगत कराया कि राज्य में धान खरीदी का कार्य सफलता पूर्वक संचालित हुआ। इसके लिए शासन-प्रशासन की ओर से बेहतर प्रबंध किए गए थे, जिससे किसानों को धान बेचने में काफी सहूलियत हुई। इस तरह राज्य में धान खरीदी सुव्यस्थित ढंग से संपन्न कर किसानों को इस साल 22 हजार करोड़ रूपए से अधिक राशि का भुगतान किया गया है। इस साल देश भर में धान बेचने वाले किसानों में छत्तीसगढ़ के किसानों की संख्या सबसे ज्यादा रही, जो एक कीर्तिमान है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि राज्य में किसानों के साथ-साथ राइस मिलर्स और व्यापारी वर्ग के हित में भी अहम निर्णय लिए गए। हमें अपने वादे को पूरा करते हुए कस्टम मिलिंग की प्रोत्साहन राशि 40 रूपए से बढ़ाकर 120 रूपए कर दी हैं। इससे धान के उठाव सहित कस्टम मिलिंग में काफी तेजी आई है। कस्टम मिलिंग की प्रक्रिया के सुचारू रूप से संचालन की वजह से ही धान खरीदी और प्रोसेसिंग के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस साल राज्य में 249 नई राईस मिले स्थापित हुई है, जिसके तहत राज्य में कस्टम मिलिंग करने के लिए पंजीकृत मिलर्स की संख्या 2035 से बढ़कर अब 2284 हो गई है। राज्य में इस तरह किसान, मजदूर और व्यापारी सहित हर वर्ग के लोगों में खुशी का माहौल बना हुआ है।