रूसी टीम की यह इस साल पहली जीत है जिसने उसके खिलाड़ियों को भी नायक बना दिया। राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन से लेकर सीनेटर और स्थानीय नेताओं ने सोवियत संघ के टूटने के बाद रूस की विश्व कप में सबसे बड़ी जीत के लिये कोच स्टेनिसलाव चेरेचेसोव और टीम को बधाई दी।
समाचार पत्रों में भी रूसी टीम के बेहतरीन प्रदर्शन की जमकर तारीफ की गयी है। मैच से पहले मीडिया रूस की क्षमता पर संदेह जता रहा था क्योंकि पिछले आठ महीने में टीम ने एक भी जीत दर्ज नहीं की थी और विश्व कप अभ्यास मैचों में उसने केवल एक गोल दागा था। यही नहीं उसके चार प्रमुख खिलाड़ी चोटिल होने के कारण विश्व कप में नहीं खेल रहे हैं|
मेजबान रूस ने सउदी अरब पर धमाकेदार जीत के साथ किया आगाज
मेजबान रूस ने फीफा विश्व कप फुटबॉल के एकतरफा शुरूआती मुकाबले में सउदी अरब को 5-0 से हराकर शानदार आगाज किया। अड़तीस बरस पहले ओलंपिक के बाद अपनी धरती पर सबसे बड़े खेल आयोजन की मेजबानी कर रहे रूस ने अपेक्षा के अनुरूप शुरूआत करते हुए पूरे मैच में दबाव बनाये रखा।
करीब 80000 दर्शकों और राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन की मौजूदगी में लुजनिकी स्टेडियम पर खेले गए इस मैच में रूस ने पहले हाफ में दो और दूसरे हाफ में तीन गोल किये। टूर्नामेंट का पहला गोल 12वें मिनट में यूरी गाजिंस्की ने दागा जबकि मैन आफ द मैच डेनिस चेरिशेव ने हाफटाइम से ठीक पहले 43वें मिनट में गोल करके टीम की बढत दुगुनी कर दी।
दूसरे हाफ में 19 मिनट के भीतर रूस ने तीन गोल दागे। अर्तेम ज्यूबा ने 71वें मिनट में तीसरा गोल किया जबकि चेरिशेव ने 90वें मिनट में अपना दूसरा और टीम के लिये चौथा गोल दागा। अतिरिक्त समय में अलेक्जेंडर गोलोविन ने गोल करके रूस की 5-0 से जीत पर मुहर लगा दी ।
सउदी अरब की टीम 1
2 साल में पहली बार विश्व कप खेल रही है। उसने आखिरी बार विश्व कप में 1994 में जीत दर्ज की थी। अब तक सिर्फ दक्षिण अफ्रीका 2010 में बतौर मेजबान ग्रुप चरण से आगे नहीं जा सका है। टूर्नामेंट से पहले लगातार सात मैचों में जीत से वंचित रही रूस पर इस जीत के लिये काफी दबाव था।