पहले प्रिंसिपल को मौत के घाट उतारा फिर शहर घूम कर कॉलोनी आया आरोपी और पुलिस ने पकड़ा,क्यों SSP माथुर ने थाने आकर मातहतों ली क्लास.

बिलासपुर. जिला पुलिस के लिए बिता दो दिन काफी टेंशन भरा साबित हुआ, एक तरफ चर्चित संजू त्रिपाठी के शूट आउट की गुत्थी अभी सुलझी ही नही थी कि बीती रात शहर के बीच तारबाहर थाना क्षेत्र में एक सिरफिरे युवक ने अपनी गर्लफेंड से उसके लोकल गार्जियन और पेशे से प्रिंसिपल को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना की खबर लगते ही एक बार फिर पुलिस के हाथपांव फूलने लगे,मगर गनीमत है कि तत्काल एक्शन में आई पुलिस ने कुछ ही घन्टे में घटनास्थल के पास से ही आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर जिला पुलिसिंग की साख बचा ली।

एक नजर घटनाक्रम पर.

मिली जानकारी के अनुसार तारबाहर थाना क्षेत्र के लिंक रोड निराला नगर के यश बैंक वाली गली के निवासी प्रदीप श्रीवास्तव (62) पचपेड़ी स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य के पद पर पदस्थ थे। उनकी पत्नी अनिता श्रीवास्तव भी तिफरा के परसदा स्थित हाईस्कूल में प्राचार्य है। गुरुवार की रात करीब साढ़े दस बजे के आसपास उनकी पत्नी घर के ऊपरी मंजिल में थीं अचानक पोर्च का दरवाजा खुलने की आवाज आई,जब श्रीमती श्रीवास्तव ने जाकर देखा तो खून से लथपथ उनके पति दरवाजे के पास खून से लथपथ पड़े हुए थे,खून देखकर हड़बड़ाई महिला जोर-जोर हेल्प के लिए आवाज लगाने लगी,उनकी आवाज सुनकर पड़ोसी बाहर निकले,लेकिन तब तक अज्ञात हमलावर भाग गया था। प्राचार्य श्रीवास्तव के गले और सिर से खूब खून बह चुका था और उनकी मौत हो गई थी।

फिर पहुची पुलिस और.

घटना की सूचना मिलते ही कुछ ही देर में एडिशनल एसपी राजेन्द्र जायसवाल, सीएसपी संदीप पटेल और थाना इंचार्ज मनोज नायक अपने स्टाफ को लेकर मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सब से पहले पुलिस ने मृतक के परिजनों और पड़ोसियों का बयान दर्ज किया गया।

इधर थाना इंचार्ज नायक अपने स्तर पर आरोपी की तलाश में जुटे रहे इसी बीच उनकी नजर घटनास्थल के आसपास घूम रहे एक युवक पर पड़ी जो काफी हड़बड़ाया हुआ दिख रहा था। जब उससे पूछताछ की गई तो वह कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नही था,बस यही से थाना इंचार्ज नायक का माथा ठनका और युवक को थाने लाकर पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम उपेंद्र कौशिक (24) बताया सारी घटना पुलिस के सामने बया कर दी।

पहले ब्लेड फिर गमले से किया वार.

आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह भी सीएमडी कॉलेज का छात्र रह चुका है और एक संगठन से जुड़ा हुआ है। मृतक प्रिंसिपल श्रीवास्तव उसकी गर्लफ्रेंड के लोकल गार्जियन के तौर पर थे। लेकिन आरोपी को शक था कि की उसकी गर्लफ्रेंड और प्रिंसिपल के बीच अफेयर चल रहा था और प्रिंसिपल होने का फायदा उठा वह छात्रा को परेशान भी कर रहा था। बस इसी वजह से गुस्से में आकर उपेंद्र प्रिंसिपल को वॉच कर रहा था और मौका देख पहले उनके गले में ब्लेड से वार किया फिर पोर्च के पास रखे गमले को सिर में दे मारा और बिना देर किए मौके से भाग गया था। इधर पुलिस ने ब्लेड और टूटे गमले को जप्त कर लिया है।

घूमता रहा आरोपी फिर चढ़ा पुलिस के हत्थे.

मिली जानकारी के अनुसार घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी उपेंद्र मौके से तुरंत भाग गया था। जिसके बाद वह सबसे पहले सिविल लाइन थाना क्षेत्र में घूमता रहा और बाद में एक तारबाहर थाने का चक्कर काट वह दुबारा घटनास्थल के आसपास घूमने लगा,इधर आरोपी की तलाश में लगे थाना इंचार्ज मनोज नायक की नजर उस पर पड़ी तो उसकी हरकत कुछ और बया कर रही थी। जिसे थाना इंचार्ज नायक ने भांप लिया और आरोपी पुलिस के हाथ लग गया। इधर पुलिस तीन तरफ से जुड़े रिश्ते यानी मृतक प्रिंसिपल, आरोपी और उसकी गलफ्रेंड छात्रा के संबंधों के बारे में आरोपी से अलग-अलग एंगल से पूछताछ भी कर रही है।

थाने में बैठी एसएसपी.

गुरुवार की रात तारबाहर थाना क्षेत्र में हुई प्रिंसिपल श्रीवास्तव की हत्या के मामले खबर लगते ही डीआईजी- एसएसपी पारुल माथुर सिविल लाइन थाने आ धमकी, उन्होंने इस मामले में जुड़े सभी एंगल्स पर मातहतो से चर्चा की तो वही संजू त्रिपाठी मर्डर मिस्त्री को लेकर इस मामले में लगे पुलिस अफसरों के टीम की बैठक ली और आरोपियों को पकड़ने आवश्यक टिप्स भी दिए।

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