बिलासपुर. जिले के पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह का उनके लिए एक बेटे का चेहरा सामने आया जिनको जीते जी अपनो ने बेसहारा जीवन जीने के लिए वृद्धा आश्रम में छोड़कर चले गए है। सपरिवार पहुंचे एसपी को देख वृद्धजनों की आंख भर आई वही एसपी ने सभी को उपहार भी दिया।
जिले में शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने में योगदान के बाद एसपी संतोष सिंह, पत्नी वंदना सिंह और बेटे अर्थ और अयान के साथ वृद्ध आश्रम जाने का मूड बनाया। बारिश के बाद शुरू हो रही ठंड को देखते हुए वृद्धाश्रम कल्याणकुंज ईदगाह चौक, मदर टेरेसा आश्रम, कुष्ठरोग आश्रम तोरवा और सेवा भारती कुदुदण्ड में गए।
वहां कुशल क्षेम और समस्याएं सुनने के बाद सबके कंबल, ड्रायफ्रूट, मिठाइयां आदि बांटी। उन्होंने अपने बच्चों को अन्य लोगों के साथ खुशियां बांटने की सीख दी।
बुजुर्ग पुरुष और महिलाओं से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी, जहां कुछ बुजुर्गों ने बताया कि उनके परिजनों ने उन्हें घर से निकाल दिया है। एक बुजुर्ग की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने उसके पालक के खिलाफ मामला दर्ज करने हेतु संबंधित थाने को निर्देशित किया।
सेवा भारती में एडॉप्शन प्रकिया पर पूरी वैधानिक नियमों का पालन करने पर जोर दिया। कुष्ठ आश्रम में पहुंचने पर उन्हें कुष्ठ रोगियों ने परिसर में कुछ जगहों पर फ्लोरिंग की आवश्यकता बताई जिस पर उन्होंने साथ गए आरआई को निर्देशित कर वहां फ्लोरिंग के कार्य हेतु सीमेंट रेती आदि उपलब्ध करवाने को कहा। वहां उपस्थित बच्चों को खिलौने और चॉकलेट दिया। अपने बीच एसपी और उनके परिवार को पाकर सभी बड़े प्रसन्न हुए और पुनः आने का आग्रह किया।