गरियाबंद। गरियाबंद जिला मुख्यालय में वन विभाग ने अवैध रूप पेड़ की कटाई और परिवहन के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. विभाग को शिकयत मिली थी वारसी शॉ मिल के संचालक नसीम वारसी ने अर्जुन प्रजाति के दो पेड़ को बिना परमिशन के काटकर अवैध लकड़ी का परिवहन किया है. जिसके बाद वन विभाग और राजस्व की टीम ने शॉ मिल में दबिश देकर जांच की तो सुचना सही मिली, जिसके बाद मिल को सील कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक गरियाबंद ग्रामीण क्षेत्र के पटवारी लोकेश साहू को शिकायत मिली थी कि चिखली निवासी राजेश चंद्राकर ने अपने खेत के 11 निलीगिरी पेड़ो को काटने के लिए वारसी शॉ मिल के संचालक नसीम वारसी से बात की थी, लेकिन वारसी शॉ मिल के संचालक ने 11 नीलगिरी के पेड़ों के साथ औषधि प्रजाति अर्जुन (कहुआ) के भी दो पेड़ काट दिए और उन्हें परिवहन कर अपनी मील में ले गया. मामले की जानकारी लगने पर गरियाबंद डीएफओ लक्ष्मण सिंह और एसडीएम विशाल महाराणा ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की टीम बनाते हुए जांच दल गठित किया. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने वारसी शामिल पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की इस दौरान वन विभाग की टीम को वारसी शॉ मिल के अंदर लकड़ी के पांच गोले और एक स्लीपर अवैध रूप से कटाई कर रखे हुए मिले. विभाग द्वारा दिनभर की जांच के बाद देर शाम वारसी शॉ मिल को सील करने की कार्यवाही की गई.
संचालक के ऊपर लगाई जाएगी पेनाल्टी
गरियाबंद डीएफओ लक्षमण सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि कास्ट चिरान अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए आरा मिल को सील कर दिया गया है आगे भी जांच जारी है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर और आगे भी कार्रवाई की जावेगी. वहीं तहसीलदार डोनेश्वर साहू ने बताया कि पटवारी से पेड़ों की अवैध कटाई की सूचना मिलने पर मौके पर पंचनामा किया गया है, विभाग के द्वारा जांच जारी है. जांच के बाद वारसी शॉ मिल के संचालक के ऊपर पेनाल्टी की जाएगी.